Assam Governor Gulab Chand Kataria Udaipur Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में भव्य और दिव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई. इसको लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल है, लेकिन सियासी गलियारों में एक नई चर्चा छिड़ गई है. वह यह कि प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में कौन सी पार्टी या कौन लोग नहीं गए हैं. इस पर उदयपुर पहुंचे असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि जो लोग भ्रमित हो रहे हैं, उन्हें राम कभी ना कभी जगा देंगे.
उदयपुर में राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि राम भक्तों के लिए प्रभु के द्वारा दिया गया यह एक अवसर है. इसकी लोगों की सैकड़ों सालों से तमन्ना थी कि भगवान राम का जहां जन्म हुआ उस स्थान पर रामलला विराजे. इसके लिए जाने कितने लोगों ने कुर्बानियां दी, जिनकी संख्या नहीं गिन सकते. उन्होंने कहा कि देश की आजादी के बाद विश्व हिंदू परिषद ने इस अभियान को शुरू किया था. पहले ईंटों की पूजन करने के लिए गांव-गांव गए थे. एक रुपया, सवा रुपये लिए और व्यापाक स्तर पर इसका कलेक्शन किया.
राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि साल 1990 में पहली कारसेवा प्रारंभ हुई. मुलायम सिंह यादव ने एलान किया कि अयोध्या में एक परिंदा भी पर नहीं मार सकता है. उन्होंने कहा कि कारसेवकों ने उस अभियान के जरिये उनके दावे को चूर किया. लोगों ने अपनी जान देकर उसे ढांचे पर भगवा झंडा फहरा कर दिखा दिया. राज्यपाल ने कहा कि परिंदा तो क्या इंसान यहां पहुंच गए, गोली लगी और लोग शहीद हुए.
'दो से तीन घंटे में ढ़ांचे को किया ध्वस्त'
कारसेवकों का जिक्र करते हुए राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने कहा साल 1992 से दूसरी कारसेवा शुरू हुई, इसमें यह था कि कार सेवा प्रतीकात्मक होगी और लोग एक-एक मुट्ठी रेत डालेंगे. उन्होंने कहा कि लोग बहुत अक्रोशित थे. जब हम गलियों में घूमते थे तो यहां जो फौजी थे, वह कहते थे क्या कार सेवा, करना है जो कर जाओ. राज्यपाल कटारिया ने कहा कि यह एक तरह से उनका मानस था, फिर देखते ही देखते दो तीन घंटे में ढांचे को ध्वस्त कर दिया. ढांचा ध्वस्त होने के बाद भी यह सौभाग्य मिला कि कोर्ट में निर्णय को मजबूती मिली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अभियान को आगे बढ़ाया. आज प्राण प्रतिष्ठा है. देश और विदेश के करोड़ों राम भक्तों की तमन्ना पूरी हुई. दिवाली भी इतनी उत्साह से नहीं होती जीतने लोग आज उत्साह है.
'भ्रमित हो रहे हैं तो राम उन्हें जगा देंगे'
कई लोगों के द्वारा राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण अस्वीकार करने के सवाल पर राज्यपाल कटारिया ने कहा कि "राम सबके हैं कोई माने या ना माने उनका जो अंश है वो सब में है." उन्होंने कहा कि जिसके अच्छे संस्कार हैं, अच्छा जीवन जीना चाहते हैं, अच्छा करना चाहते है. इसका यह मतलब है राम उसके अंदर मौजूद हैं. भ्रमित हो रहे हैं, अगर हो रहे हैं तो राम कभी ना कभी जगा देंगे.
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