Assembly Election 2023: राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में चुनाव जीतने के बाद भारतीय जनता पार्टी के सामने सबसे बड़ा कार्य है यहां मुख्यमंत्री नियुक्त करना. इसी विचार मंथन के बीच बीजेपी नेतृत्व ने बड़ा फैसला लिया है. बताया जा रहा है कि एमपी राजस्थान और छत्तीसगढ़ में गैर-विधायक को भी सीएम बनाया जा सकता है. इससे मध्य प्रदेश के सिटिंग सीएम शिवराज सिंह चौहान के दोबारा मुखिया पद पर आने को लेकर संशय बन गया है. बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में बीजेपी नए चेहरों को भी मौका दे सकती है. 


सांसदों ने दिया इस्तीफा


पिछले दिनों पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने वाले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के 12 सांसदों में से 10 ने बुधवार को संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. इस्तीफा देने वाले 10 सांसदों में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रह्लाद पटेल सहित नौ लोकसभा सांसद और एक राज्यसभा सदस्य शामिल हैं. यह कदम मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में नए मुख्यमंत्रियों के चयन की पार्टी नेतृत्व की प्रक्रिया का हिस्सा है.इस्तीफा देने वाले अन्य सांसदों में दीया कुमारी, राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और राकेश सिंह शामिल हैं.  रेणुका सिंह और महंत बालकनाथ ने इस्तीफा नहीं दिया है. 


चुनावों में बड़े प्रयोग में सफल रही बीजेपी


गौरतलब है कि इस बार बीजेपी ने विधानसभा चुनावों में बड़ा प्रयोग किया और ये फैसला पार्टी के पक्ष में आया. तीनों राज्यों के विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने सीएम का चेहरा घोषित नहीं किया था. एमपी में शिवराज सिंह चौहान, छत्तीसगढ़ में रमन सिंह और राजस्थान में वसुंधरा राजे जैसे बड़े चेहरे थे. चुनाव नतीजों में सभी को चौंकाते हुए बीजेपी ने तीनों राज्यों में बड़ी जीत दर्ज की. मध्य प्रदेश में बीजेपी को 163, छत्तीसगढ़ में बीजेपी को 54 और राजस्थान में बीजेपी को 115 सीटों पर जीत हासिल हुई. अब सबको इस बार का इंतजार है कि राज्य में सीएम कौन होगा?


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