Rajasthan News: राजस्थान में जहां पिछले तीन दशक चले आ रहे सरकार बदलने के 'रिवाज' को कांग्रेस इस बार तोड़ने के लिए मेहनत कर रही है, वहीं दूसरी तरफ बीजेपी 'रिवाज' को बरकरार रखने के लिए जी जान से जुट गई है. इसलिए अब बीजेपी लोगों की ज्वाइनिंग कराने में जुटी है. ज्वाइनिंग करने वालों में कुछ पुराने बीजेपी नेता भी हैं.बीजेपी उन सभी सीटों पर जातीगत समीकरण को ठीक करने में जुटी हुई है, जहां पर उसे थोड़ा भी कन्फ्यूजन लग रहा है. वहीं कांग्रेस अपनी इस सरकार को रिपीट होने के दावे कर रही है. जिसके पीछे सरकार अपनी कई महत्वपूर्ण योजनाओं को गिना रही है. नए जिलों की घोषणा को प्रमुख मान रही है, लेकिन कांग्रेस के पास अभी 20 से अधिक जिलों में जिला अध्यक्ष ही नहीं हैं. यह एक बड़ा संकट बनता जा रहा है. इसके साथ ही छोटे-छोटे दलों ने भी कई जिलों में 'वोटबंदी' शुरू कर दी है. वहां पर उनकी स्थानीय स्तर पर मांगें तेज हो गई हैं. इसके साथ ही अलग-अलग क्षेत्रीय नेताओं ने भी अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है. ऐसे में समझते हैं राज और रिवाज को बरकरार रखने के लिए क्या स्थिति बन सकती है.  


किसी को नाराज नहीं करने की रणनीति 


बीजेपी इस बार किसी को भी नाराज नहीं करना चाहती है. सभी को एक सूत्र में पिरोकर आगे बढ़ने के मूड में दिख रही है. जो भी पार्टी में आना चाह रहा है उसे लिए जा रहा है. पार्टी में किसी के खिलाफ बयानबाजी न हो इसपर भी ध्यान दिया जा रहा है. पिछले दिनों बीजेपी में कुछ लोगों की प्रदेश मुख्यालय में जॉइनिंग कराई गई है. उसमें कई नेता अपने-अपने क्षेत्र में प्रभाव रखते हैं. संगठन में भी थोड़ा बदलाव हो सकता है. उसपर भी ध्यान दिया जा रहा है. इस बार सबकुछ संतुलित रखने का प्रयास किया जा रहा है. किसी भी एक व्यक्ति के 'प्रभाव' में पार्टी को नहीं रखने की कोशिश तेज हो गई है. आने वाले दिनों में कुछ और बड़ी जॉइनिंग होने की बात चल रही है. 


क्या है कांग्रेस की बड़ी परेशानी


राजस्थान कांग्रेस में पिछले दो साल से पूरे प्रदेश में जिला अध्यक्षों की नियुक्ति नहीं हो पाई है. कभी 'भारत जोड़ो यात्रा' के बाद तो, कभी गुजरात चुनाव और अब कर्नाटक चुनाव के बाद लिस्ट आने की बात बताई जा रही है. इसी इंतजार में कांग्रेस के लोग जिलों में बैठे हैं. कांग्रेस के लोगों का कहना है कि इसमें जितनी देरी होगी उतनी ही दिक्कत होगी. कुछ जिलों में इसे लेकर नेताओं ने मुलाकात भी की है. मगर उन्हें भी कर्नाटक के चुनाव के बाद नियुक्ति का भरोसा दिया गया है. 


बीजेपी और कांग्रेस का क्या कहना है? 


बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता रामलाल शर्मा का कहना है कि जो भी बीजेपी की विचारधारा में विश्वास करता है और पीएम नरेंद्र मोदी की लोककल्याणकारी योजनाओं में भरोसा रखता है, उन सभी को पार्टी में ज्वाइन कराया जा रहा है. आने वाले दिनों में और भी ज्वाइनिंग होगी. कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता स्वर्णिम चतुर्वेदी का कहना है कि किसी भी समय जिलाअध्यक्षों की लिस्ट आ सकती है. उसके लिए पूरी तैयारी हो चुकी है. यहां से लिस्ट आलाकमान को भेजी जा चुकी है. उधर से बस स्वीकृति मिलनी बाकी है. 


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