Rajasthan Child Marriage Free Campaign: नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize) से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी (Kailash Satyarthi) के आह्वान पर राजस्थान (Rajasthan) के भरतपुर (Bharatpur) में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत लगभग 50 गांवों में जागरूकता रैली निकाली गई. इस दौरान कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन और दिशा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में बाल विवाह की रोकथाम के लिए जागरूकता रैली और बाल विवाह नहीं करने का शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित किया गया.

 

इस जागरूकता रैली में भरतपुर शहर सहित बयाना, कुम्हेर, नदबई, वैर, रूपवास तहसील के 50 से अधिक गांवों में बाल विवाह नहीं करने के लिए जागरूक किया गया. रैली में महिलाओं, बालिकाओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा सहयोगिनी, साथिन, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने भाग लिया . रैली में महिलाएं और बालिकाएं हाथों में बैनर-पोस्टर आदि लेकर चल रही थीं. तख्तियों पर बाल विवाह के दुष्प्रभाव संबंधी स्लोगन लिखे हुए थे. लोगों को जागरूक करते हुए यह भी बताया गया कि बाल विवाह करना कानूनी अपराध है, इसलिए बाल विवाह से बचें और उम्र होने पर ही इनकी शादी करें.

 


 

5 हजार महिलाओं ने ली शपथ

लोगों को यह भी बताया गया कि बाल विवाह में शामिल होने वाले लोग भी कानूनी रूप से अपराधी हैं. बाल विवाह करने से खुद को बचाएं और कहीं ऐसा हो रहा हो तो उनको भी रोकें. भरतपुर में लगभग 5 हजार महिलाओं ने बाल विवाह नहीं करने और बाल विवाह करने वालों को रोकने की शपथ ली. भरतपुर शहर में बिजली घर चौराहे पर महिलाओं और दिशा फाउंडेशन के कार्यकर्ताओं ने कैंडल जलाकर लोगों को बाल विवाह नहीं करने के लिए जागरूक किया. साथ ही शपथ ली की न तो बाल विवाह करेंगे और न ही आस-पास बाल विवाह होने देंगे.