Ramlala Pran Pratishtha: अयोध्या में सोमवार को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई. इस कार्यक्रम में मेवाड़ के युवराज पूर्व राजघराने के सदस्य लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने भी शिरकत की. वहीं लक्ष्यराज सिंह प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में भाग लेने के बाद मेवाड़ पहुंचे, जहां उनका महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पर राज परिवार की पौराणिक परंपरा अनुसार स्वागत किया गया. एयरपोर्ट पर 21 पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ तिलक लगा कर उनका स्वागत किया. इसके साथ ही पुष्प वर्षा की गई. दरअसल महाराणाओं के समय से यह परंपरा थी कि जब भी कोई राजपरिवार से देव दर्शन कर लौटते थे तब पंडितो द्वारा मंत्रोच्चार से स्वागत किया जाता था.
लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने क्या कहा?
वहीं मीडिया से बातचीत करते हुए लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा, "जिस पल का में साक्षी बनकर आया हूं, इसके लिए शब्दों में बयां नहीं कर सकता. यह भावनाओं से ही समझने की आवश्यकता है. 500 वर्ष का इंतजार पूरे भारत देश को था. उसकी पूरी तरह से पूरा होते सभी ने कल देखा. जो वहां मौजूद थे उनके लिए मौजूदगी ही सौभाग्य की बात नहीं, लेकिन वहां प्रथम दर्शन प्राप्त करने का सौभाग्य भी मिला है. इससे ज्यादा खुशी नहीं हो सकती थी."
उन्होंने आगे कहा, "उस ऐतिहासिक क्षण से खुशी का माहौल है उदयपुर ही नहीं पूरे भारत में दिवाली सा माहौल था. उसी को लेकर एक सम्मान की बात होती है. पुरखे जिस नक्शे कदम पर चले उसकी भी बात होती है. उसी परंपरा को आज सभी ने निर्वहन होते यहां देखा." आगे ये भी कहा कि जैसे ही दर्शन करने भगवान राम के पास पहुंचे तो मन, मस्तिष्क, आत्मा शून्य थी. सामने भगवान राम की मूर्ति थी, जिस प्रकार से मूर्ति का श्रृंगार किया गया था बहुत ही खूबसूरत था, बहुत ही गौरवशाली पल था. वहां आखों में खुशी के आसू थे. वहां ऐसा लग रहा था जैसे मेवाड़ में अपने ही घर के अंदर हूं."
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