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Independence Day 2022: जयपुर की बड़ी चौपड़ पर आज भी अलग-अलग दिशाओं में तिरंगा फहराते हैं सत्ता पक्ष और विपक्ष, जानें- क्या है ये अनूठी रिवायत

पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई थी. बड़ी चौपड़ पर चारों तरफ पुलिस के जवान तैनात किए गए. तमाम पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे.

Independence Day 2022: आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर देशभर में स्वतंत्रता दिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राजस्थान की राजधानी जयपुर की बड़ी चौपड़ अनूठी सियासत की साक्षी बनी. बड़ी चौपड़ पर सत्ताधारी और विपक्षी दल ने परंपरा के अनुसार झंडारोहण किया. सोमवार को सत्ताधारी दल की ओर से सीएम अशोक गहलोत ने झंडारोहण किया तो वहीं विपक्षी दल बीजेपी की तरफ से प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने झंडारोहण किया. बड़ी चौपड़ पर सियासत का अनोखा नजारा दिया जहां सत्तापक्ष पूर्वमुखी तो विपक्ष दक्षिणमुखी होकर तिरंगा फहराया.

'संविधान की भावनाएं दिल में रखें'
जयपुर में बड़ी चौपड़ पर पक्ष की ओर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ध्वजारोहण किया. इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कहा, "1947 में जब देश आजाद हुआ था तब कुछ नहीं था. आज हर चीज देश में बनती है. इतिहास गवाह है कि नौजवानों ने देश को आजाद दिलाने के लिए अपना सब कुछ देश पर न्यौछावर किया. इंदिरा गांधी शहीद हो गईं, लेकिन खालीस्तान नहीं बनने दिया. नेहरू ने कहा था कि झंडा कभी झुकने नहीं देना है. कल का भारत युवाओं के कंधे पर है, इसलिए इतिहास को पढ़ें. संविधान की मूल भावना को अपने दिलों में रखें. देश एक रहे अखंड रहे, इसके लिए समर्पित होकर काम करें."

'मजहब की बेड़ियां तोड़ तिरंगे को दिया मान'
वहीं, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा, "किसी भी देश के लिए आजादी का एक वर्ष काफी महत्वपूर्ण होता है, यहां तो 75 वर्ष पूरे हो गए हैं आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. राजस्थान में लोग विविधताओं के साथ आजादी का जज्बा और देश के स्वाभिमान का जज्बा रखते हैं. भारत के 20 करोड़ घरों पर तिरंगा देखने को मिला है. राजस्थान की 50 लाख छतों पर तिरंगे देखने को मिले हैं. लोगों ने जाति मजहब की बेड़ियां तोड़ते हुए तिरंगे को मान दिया है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बुनियादी बदलाव आया है. इसमें आम आदमी की भागीदारी बढ़ी है." 

सालों से निभाई जा रही परंपरा
बता दें, की जयपुर की बड़ी चौपड़ पर साल 1947 के बाद से ही इस परंपरा को निभाया जा रहा है. जब देश आजाद हुआ था तो उसकी शाम को बड़ी चौपड़ पर तत्कालीन राज्य प्रमुख टीकाराम पालीवाल ने तिरंगा झंडा फहराया था. इस दौरान पूरे राज परिवार के सदस्य भी मौजूद रहे थे. कांग्रेस नेता गोकुलभाई भट्ट ने भी इस परंपरा को आगे बढ़ाया और फिर सालों से यह रिवायत जयपुर की तहजीब का हिस्सा बन चुकी है. जयपुर की बड़ी चौपड़ पर 15 अगस्त हो या फिर 26 जनवरी सत्ता पक्ष की तरफ से पहले मुख्यमंत्री झंडे को फहराते हैं. उसके बाद विपरीत दिशा में नेता प्रतिपक्ष भी तिरंगा लहराने पहुंचते हैं

ये नेता हुए शामिल
ध्वजारोहण कार्यक्रम में सत्ता पक्ष की ओर से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, नगर निगम हेरिटेज महापौर मुनेश गुर्जर, विधायक अमीन कागजी, विधायक रफीक खान, पूर्व महापौर ज्योति खंडेलवाल, आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत, विप्र कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष महेश शर्मा, समाज कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष अर्चना शर्मा समेत कांग्रेस के कई नेता मौजूद रहे. वहीं, बीजेपी की ओर से जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा, बीजेपी जयपुर शहर अध्यक्ष राघव शर्मा, पूर्व विधायक सुरेंद्र पारीक समेत बीजेपी के कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे. इधर पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई थी. बड़ी चौपड़ पर चारों तरफ पुलिस के जवान तैनात किए गए. तमाम पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे.

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