Baba Ramdev Controversy: हाल ही में राजस्थान के बाड़मेर (Barmer) में धर्म के नाम पर विवादित बयान देने के बाद सुर्खियों में आए योग गुरु बाबा रामदेव (Baba Ramdev) एक बार फिर राजस्थान (Rajasthan) आ रहे हैं. इसी फरवरी महीने में उनके राजस्थान आगमन का कार्यक्रम हो रहा है. वे आगामी 18 फरवरी को ब्यावर (Beawar) आएंगे. यहां महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2023) के मौके पर आयोजित भव्य शिव-पार्वती विवाह महोत्सव में शिरकत करेंगे.
स्वामी रामदेव के सानिध्य में आयोजित होने वाले इस धार्मिक कार्यक्रम में देशभर से आए करीब 300 संत-महात्मा, कई जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी समेत हजारों लोग शामिल होंगे. ब्यावर के आशापुरा माता धाम मंदिर परिसर में यह विशाल कार्यक्रम आयोजित होगा.
बाबा ने बाड़मेर में दिया था यह बयान
योग गुरु बाबा रामदेव ने बीती 2 फरवरी को बाड़मेर में एक धर्मसभा को संबोधित करते हुए इस्लाम और मुसलमानों के खिलाफ विवादित बात कही थी. उन्होंने धार्मिक मंच से कहा था कि 'इस्लाम धर्म का मतलब सिर्फ नमाज पढ़ना है. मुसलमानों के लिए सिर्फ नमाज पढ़ना जरूरी है और नमाज पढ़ने के बाद कुछ भी करो, सब जायज है. चाहे हिंदुओं की लड़कियों को उठाओ, चाहे जिहाद के नाम पर आतंकवादी बनकर जो मन में आए वो करो, लेकिन दिन में 5 बार नमाज पढ़ो. फिर सब जायज होता है.'
अल्पसंख्यक आयोग अध्यक्ष ने जताई नाराजगी
राजस्थान अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक रफीक खान ने बाबा के बयान का विरोध करते हुए इसे सोची-समझी साजिश बताया है. मीडिया से बातचीत में खान ने कहा कि केंद्र सरकार की कृपा से रामदेव की कंपनियां प्रोग्रेस कर रही हैं, इसलिए उन्हें राजस्थान में सांप्रदायिकता और जातिवाद फैलाने के लिए भेजा गया है. वे षड्यंत्र के तहत राजस्थान आए थे. योग गुरु का किसी धर्म के खिलाफ गलत टिप्पणियां करना बेहद शर्मनाक है. कोई भी धर्म दुश्मनी नहीं सिखाता है. केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बाबा रामदेव के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.
असदुद्दीन औवेसी की पार्टी ने दी चेतावनी
मुस्लिम समाज के खिलाफ बाबा के विवादित बोल पर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) भी सड़कों पर विरोध कर रही है. पार्टी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर बाबा के विवादित बयान का विरोध करते हुए कानूनी कार्रवाई की मांग की है.
साथ ही, चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने कोई एक्शन नहीं लिया तो पूरे प्रदेश में पुरजोर विरोध किया जाएगा. बाड़मेर में मुस्लिम समाज के लोगों ने एआईएमआईएम पार्टी के सदस्य मौलाना बरकत अली के नेतृत्व में मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर बाबा रामदेव के खिलाफ कानूनी कार्यवाई की मांग की है. टोंक में भी मुस्लिम समाज के लोगों ने आक्रोश प्रदर्शन किया.
बाबा के खिलाफ केस भी हुए दर्ज
रामदेव के बयान का विरोध होने के बाद प्रदेश के कई थानों में उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई. बाड़मेर जिले के चौहटन थाने में स्वामी रामदेव पर धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में केस दर्ज हुआ है. चौहटन निवास पठाई खान की शिकायत पर यह मामला दर्ज किया गया. टोंक के कोतवाली थाने में अधिवक्ताओं की शिकायत पर पुलिस ने परिवाद दर्ज किया.
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