Bajrang Dal Protest in Rajasthan: कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा कर दी हैं. उसके बाद राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री और खाजूवाला से कांग्रेस विधायक गोविंद राम मेघवाल ने राजस्थान में बजरंग दल पर रोक लगाने के बयान के बाद राजस्थान में भी बजरंग दल को लेकर सियासत गरमा गई है. कांग्रेस के इस तरह के बयान के बाद बजरंग दल के कार्यकर्ता आक्रोशित नजर आ रहे है.
शुक्रवार सीएम अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर में बजरंग दल के सैकड़ों आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने पावटा सर्कल पर धरना प्रदर्शन करते हुए. सीएम अशोक गहलोत का पुतला फूंका साथ ही राजस्थान सरकार की सद्बुद्धि के लिए हवन यज्ञ भी किया गया. सभी कार्यकर्ताओं ने सड़क पर बैठकर धरना प्रदर्शन के दौरान हनुमान चालीसा का पाठ किया.
राजस्थान सरकार और सीएम गहलोत के लिए यज्ञ
बजरंग दल के अध्यक्ष विक्रम सिंह ने कहा कि बजरंग दल की तुलना आतंकवादी संगठन पीएफआई से करना सही नहीं है. बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने वाली की बात करने वाली सरकार व उन्हके नेताओ को हम साफ तौर पर यह कहना चाहते हैं. बजरंग दल एक राष्ट्रवादी संगठन है. वहीं, पीएफआई राष्ट्र विरोधी संगठन है. बजरंग दल हर तरह की आपदा में आम जनता के सहयोग के लिए मौजूद रहता है. कोरोना की महामारी हो या गोवंश में फैली लम्पी जैसी महामारी के दौरान हर संभव प्रयास कर जनता व मवेशियों की सेवा की है.
विक्रम सिंह का कहना है कि हिंदू लड़कियों को लव जेहाद जैसे षड्यंत्र से बचाने के लिए हमेशा तैयार रहता है. आज हम लोगों ने राजस्थान सरकार और सीएम अशोक गहलोत के लिए सद्बुद्धि यज्ञ किया है. यह यज्ञ हमने इसलिए किया है ताकि राजस्थान सरकार, सीएम अशोक गहलोत और कांग्रेस के नेताओं को सद्बुद्धि मिल सके. राजस्थान में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी की जाएगी तो बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का आक्रोश सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी कर देगा.
'कांग्रेस राष्ट्र विरोधी संगठन पीएफआई की पैरवी करती है'
बजरंग दल के उपाध्यक्ष संपत का कहना है कि कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे, सीएम अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के सीएम बघेल बजरंग दल से माफी मांगें. इस घोषणा से कांग्रेस पार्टी का मानसिक दिवालियापन साफ तौर पर नजर आ रहा है. एक राष्ट्रवादी संगठन बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात कर रहे हैं. कांग्रेस पार्टी हमेशा ही राष्ट्र विरोधी संगठन पीएफआई की पैरवी करती आई है. बजरंग दल देश का बल है. देश के बल पर कोई प्रतिबंध नहीं लगा सकता हैं.
राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का बयान का मुद्दा अब तूल पकड़ता जा रहा है. बता दें कि कुछ दिनों पहले गजेंद्र सिंह शेखावत ने अपने भाषण में कहा था कि इस रावण रूपी सरकार को हमें नेस्त नाबूद करना है. उस पर पलटवार करते हुए सीएम अशोक गहलोत ने कहा था संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी से जुड़े गरीब निवेशकों का रुपया लौटा दीजिए. हम मान लेंगे कि आप मर्यादा पुरुषोत्तम राम के फॉलोवर हैं, हम रावण के फॉलोअर हैं.
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