Rajasthan Dalit Murder: राजस्थान पुलिस ने दावा किया है कि बीते 15 मार्च को पाली (Pali News) में  दलित व्यक्ति की हत्या व्यक्तिगत दुश्मनी के कारण हुई थी, न कि उसकी मूंछों को लेकर. पाली में बाली (Bali News) थाने के एसएचओ देवेंद्र सिंह के अनुसार जितेंद्र पाल मेघवाल बाली स्थित सीएचसी में संविदा पर काम करते थे और ड्यूटी के बाद वह अपने गांव जा रहे थे. इसी दौरान दो लोगों ने उनका पीछा किया और एक जगह सड़क पर उन्हें रोककर हमला कर हत्या कर दी. यह घटना 15 मार्च की दोपहर 3:45 से 4:00 बजे के बीच हुई. 


धारदार हथियार से की गई हत्या
अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार दिवंगत जितेंद्र पाल के भाई ओम प्रकाश ने शिकायत में बताया है कि उनका भाई जितेंद्र पाल घटना वाले दिन अपने एक और साथी हरीश कुमार के साथ था.  ओम प्रकाश ने कहा कि वे दोनों मोटरसाइकिल पर थे, तभी सूरज सिंह और रमेश सिंह बाइक पर उनके पास पहुंचे.


उन्होंने पुलिस में दर्ज कराई अपनी शिकायत में कहा है कि सूरज के दोनों हाथों में धारदार हथियार थे. उसने जितेंद्रपाल पर हमला कर लहूलुहान कर दिया. हमले में जितेंद्रपाल और उसका सहयोगी, दोनों मोटरसाइकिल से गिर गए जिसके बाद रमेश ने जितेंद्रपाल के जबड़े, गर्दन, कंधे पर हमला किया.


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पुलिस ने आरोपियों का पकड़ा
ओम प्रकाश ने दावा किया कि आरोपियों ने जातिवादी गालियों का इस्तेमाल किया और कहा कि मेरा भाई जितेंद्रपाल एक पुराने मामले के समझौता कर ले नहीं तो वे परिवार किसी को नहीं छोड़ेंगे. एसएचओ देवेंद्र सिंह ने कहा कि जितेंद्र पाल की हत्या का मुख्य कारण एक पुराना मामला था.


रिपोर्ट के अनुसार एसएचओ ने कहा कि हमें बाड़मेर के पास आरोपियों के छिपने के बारे में जानकारी मिली और 17 मार्च को उन्हें पकड़ लिया गया. उन्होंने कहा कि आरोपी फिलहाल पांच दिन की पुलिस हिरासत में हैं. आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 34, साथ ही एससी/एसटी और आर्म्स एक्ट की धाराओं के तहत दर्ज किया गया.


एसएचओ के मुताबिक “साल 2020 में, जितेंद्र पाल ने दोनों आरोपियों के खिलाफ एससी / एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया था. पुलिस ने उस मामले में कमलेश सहित तीन लोगों को आरोपी बनाया था. इस मामले के बाद दोनों आरोपी गुजरात के सूरत रहने चले गए और समझौता करने की कोशिश करते रहे लेकिन जितेंद्र पाल ने मना कर दिया. समझौता करने से मना करने पर दोनों आरोपी सूरत से आए और 15 मार्च को हत्या कर, बाड़मेर फरार हो गए."


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