Rajasthan News: बालोतरा जिले में बंधक बनाकर शिक्षकों पर चाकू से हमला करने वाले आरोपी ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. उसने बताया कि 'जिंदा' होने का सबूत देने के लिए घटना को अंजाम दिया था. परिजन और पड़ोसी बताते थे कि उसका डेथ सर्टिफिकेट बना हुआ है. ऐसे में उसे जमीन जायदाद हड़प लिये जाने का डर सता रहा था. जिंदा होने का सबूत देने के लिए आरोपी मिठौड़ा में मोबाइल टावर पर भी चढ़ा था.


पुलिस अधीक्षक कंवरिया ने बताया कि 19 जुलाई को चुली बैरा गांव धारणा के गवर्नमेंट मिडिल स्कूल में बाबूराम चाकू और पेट्रोल का कैन लेकर पहुंचा. उसने क्लासरूम का दरवाजा बंद कर टीचर पर पेट्रोल डालने की कोशिश की. टीचर की चीख सुनकर क्लासरूम में हेड मास्टर और अन्य टीचर पर आये. हमलावर ने कार्यवाहक हेड मास्टर हरदयाल सैनी, टीचर सुरेश और ग्रामीण भीखाराम पर चाकू से हमला कर दिया. मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने बाबूराम को कब्जे में लेकर पिटाई कर दी.


'जिंदा' होने का सबूत देने के लिए रची थी साजिश


घटना की गंभीरता देखते हुए सिवाना और सिणधरी थाने का जाप्ता बुलाया गया. ग्रामीणों आरोपी बाबूराम को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस ने बाबूराम को गंभीर स्थिति में अस्पताल पहुंचाया. ठीक होने के बाद कल उससे पूछताछ की गयी. जिला अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद हेड मास्टर हरदयाल सैनी, टीचर सुरेश को जोधपुर एम्स रेफर किया गया था. सिवाना पुलिस थाना अधिकारी इमरान खान ने बताया कि ग्राम पंचायत और तहसील में पता कर रहे हैं कि आरोपी बाबूराम का मृत्यु प्रमाण पत्र कब बना और किसने बनाया है.




जमीन को हड़प लिये जाने का सता रहा था डर


आरोपी के दिमागी हालत की भी जांच की जा रही है. पुलिस ने बताया कि बाबूराम जुलाई के पहले सप्ताह रोजगार की तलाश में गुजरात गया था. गुजरात में काम नहीं मिलने पर 18 जुलाई की शाम बस से घर के लिए रवाना हुआ. रास्ते में उसने पेट्रोल और चाकू खरीदा. 19 जुलाई को ठेके से शराब लेकर सिवान से वाया पादरू जाने वाली बस में बाबूराम बैठ गया. बाबूराम की प्लानिंग थी कि रात या सुबह के समय प्रशासन को खुद को आग लगाने की धमकी देगा. चुली बेरा पहुंचने पर स्कूल के सामने बस से उतरे आरोपी का ख्याल बदल गया. अब उसने सोचा कि स्कूल के बच्चों को बंधक बनाकर जिंदा होने का सबूत देगा.


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