Banswara: 5 लाख सरकारी सैनेटरी नैपकिन के अवैध धंधे का खुलासा, दूसरी कंपनियों के स्टिकर लगाकर बेचते थे बदमाश, 7 हिरासत में
Rajasthan Crime: एसपी अभिजीत सिंह ने बताया कि उड़ान योजना में बालिकाओं को नि:शुल्क मिलने वाले सेनेटरी नैपकिन की हेरा-फेरी की सूचना मिली थी. इसके बाद जिले के अरथूना और डंगफला क्षेत्र दबिश दी गई.
Banswara Crime News: उदयपुर संभाग के बांसवाड़ा जिले में सरकारी सेनेटरी नैपकिन को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ. यहां सरकारी सेनेटरी नैपकिन पर प्राइवेट कंपनियों की छाप लगाकर बाजार में बेचने का मामला सामने आया है. जो बाजार में जाने वाले नैपकिन पुलिस ने जब्त किए, वह भी सामान्य नहीं, बल्कि बड़ी संख्या में करीब 5 लाख निकले. पुलिस ने देर रात इस मामले में 7 आरोपियों को हिरासत में लिया और उनसे पूछताछ की जा रही है. माना जा रहा है कि पूछताछ के बाद गिरफ्तारी हो सकती है.
यह हुई कार्रवाई
एसपी अभिजीत सिंह ने बताया कि उड़ान योजना में बालिकाओं को नि:शुल्क मिलने वाले सेनेटरी नैपकिन की हेरा-फेरी की सूचना मिली थी. इसके बाद जिले के अरथूना और डंगफला क्षेत्र दबिश दी गई. वहां प्रदीप सिंह और अभयसिंह के घरों और सर्च किया तो करीब 5 लाख सेनेटरी नैपकिन कार्टन में बंद पड़े थे. बड़ी बात तो यह कि उस पर अलग-अलग कंपनियों के लेबल लगे हुए थे, जो बाजार में सप्लाई करने के लिए थे. वहां अन्य युवक भी मिले जिन्हें हिरासत में लिया गया है. जिला पुलिस की 6 टीमों ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है. अब आगे की जांच हो रही है कि इनमें किसकी मिलीभगत है.
उड़ान योजना में नि:शुल्क मिलते हैं नैपकिन
बता दें कि ग्रामीण क्षेत्र में माहवारी के समय महिलाओं को रोगों से बचाने के लिए सेनेटरी नैपकिन का प्रयोग करने के लिए जागरूक किया जा रहा है. इसलिए ही उड़ान योजना ने आंगनवाड़ी केंद्रों और स्कूलों में बच्चियों महिलाओं कक फ्री सेनेटरी नैपकिन दिए जा रहे हैं. इन्हीं नैपकिन का अवैध धंधा किया जा रहा था. एसपी ने यह भी बताया कि यह चौथा फेज था. आरोपियों ने कबूल किया है कि पहले भी इसी तरह से सप्लाई कर चुके हैं. इसमें सरकारी कर्मचारियों के मिलीभगत के एंगल से भी जांच की जा रही है.
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