Rajasthan News: राजस्थान में ब्राह्मण समाज पर विवादित टिप्पणी से घमासान छिड़ा हुआ है. टिप्पणी पुलिस के ट्विटर हैंडल से एक मैसेज फॉरवर्ड कर की गई है. पोस्ट में ब्राह्मण समाज को अत्याचारी बताया गया है. बात डीजीपी एमएल लाठर तक भी पहुंच गई है. हालांकि पुलिस ने ट्वीट को हटा दिया है और ट्विटर अकाउंट हैंडल करने वाले पुलिसकर्मी के खिलाफ जांच शुरू हो गई है. फिर भी ब्राह्मण समाज कड़ा विरोध कर रहा है. दरअसल बांसवाड़ा पुलिस के ट्विटर अकाउंट से विवाद शुरू हुआ. 


पुलिस के ट्विटर हैंडल से पोस्ट हुआ विवादित मैसेज


सूचना देने के लिए बांसवाड़ा पुलिस का ट्विटर अकाउंट है. 17 अक्टूबर की सुबह ट्विटर हैंडल से एक मैसेज आया. मैसेज में लिखा कि "एक मलयालम और राष्ट्रवादी कवि थे और उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के विभिन्न पहलुओं पर कविताओं की एक श्रृंखला लिखी. उन्होंने जाति व्यवस्था, अंग्रेजों और ब्राह्मणों के अत्याचार और अन्य सामाजिक रूढ़िवादों के खिलाफ भी लिखा. वल्लथोल नारायण मेनन की जयंती पर नमन." ट्विटर पर पोस्ट आते ही समाज के लोगों की कड़ी प्रतिक्रिया आने लगी.




अखिल भारतीय ब्राह्मण परिषद की तरफ से एसपी राजेश मीणा को भी ज्ञापन दिया गया. हालांकि इससे पहले ही पुलिस ने ट्विटर से मैसेज हो हटा दिया था और बताया कि विभागीय ट्विटर अकाउंट पर गैर जिम्मेदाराना ट्वीट करने वाले पुलिस कंट्रोल रूम के जवान भीष्म प्रताप सिंह को तुरंत प्रभाव से लाइन हाजिर का आदेश जारी किया गया है. मामले की जांच पुलिस उप अधीक्षक बांसवाड़ा को दी गई है. 


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वायरल होते ही प्रतिक्रिया और सियासत हुई तेज


पोस्ट वायरल होने पर विप्र कल्याण आयोग के प्रदेश अध्यक्ष महेश शर्मा ने पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा को अवगत कराया. पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा ने बताया कि पुलिस कंट्रोल रूम में तैनात कंप्यूटर ऑपरेटर भीष्म प्रताप सिंह का गैर जिम्मेदाराना ट्वीट करने से विवाद हुआ है. विभागीय कार्रवाई करते हुए संबंधित कंप्यूटर ऑपरेटर को जिम्मेदारी से मुक्त कर लाइन हाजिर कर दिया गया है. पूर्व मंत्री भवानी जोशी ने सीधे-सीधे जिम्मेदारी पुलिस अधीक्षक पर डाली है और कहा है कि पुलिस विभाग के अधिकारी ही जिम्मेदार हैं.




विप्र फाउंडेशन बांसवाड़ा के जिलाध्यक्ष योगेश जोशी ने भी ट्वीट पर आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि ब्राह्मण वर्ग में रोष है. उन्होंने मांग की कि पुलिस विभाग को संबंधित कर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. जांच अधिकारी पुलिस उप अधीक्षक सूर्यवीर सिंह राठौड़ ने बताया कि विभाग की ओर से पुलिस जवान को लाइन हाजिर करने के आदेश जारी कर विभागीय जांच शुरू कर दी है.