Rajasthan Crime News Today: राजस्थान में बांसवाड़ा पुलिस ने एक गिरोह का खुलासा करते हुए उनके घर से 2.90 करोड़ रुपए के नकली नोट बरामद किए हैं. खुलासे में सामने आया कि आरोपी गिरोह असली नोट लेकर तंत्र-मंत्र से उन्हें करोड़ों रुपए में बदलने का झांसा देते और बाद में पीड़ितों को धमकाकर भागा देते.


पुलिस ने गिरोह के मुख्य सदस्य को गिरफ्तार किया है. वहीं मामले में गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है. यह कार्रवाई बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ थाना पुलिस ने की है. 


गुजरात अहमदाबाद निवासी अभी कुमार ने कुशलगढ़ थाने में रिपोर्ट दी. रिपोर्ट में बताया कि दोस्त के जरिए पता चला की वाहिद महाराज रुपए डबल करते हैं. संपर्क किया तो उन्होंने 1.51 लाख रुपए के 2 करोड़ करने की बात कही. मैंने रुपए दिए इसके बाद वह एक घर में लेकर गए, जहां एक कमरा था, जिसमें कम रोशनी थी. उन्होंने आगे पर्दा लगाया और फिर एटीएम में से रुपए निकलने जैसी आवाज आने लगी. कुछ देर बाद पर्दा हटाया तो नोटों के बंडल पड़े थे.

रुपए मांगे तो उन्हों आनाकानी की. फिर देने से मना कर दिया और धमकाने लगे. बाद में डेढ़ करोड़ रुपए देने को कहा, जिसके बदले वह दो करोड़ रुपए देते. झांसा लगने पर पुलिस के पास पहुंचा. मुझसे पहले दोस्त जगदीश से भी रुपए हड़पे.

 

आरोपी ने बताया झांसे का तरीका


 

कुशलगढ़ डीएसपी रूप सिंह ने बताया कि वाहिद महाराज उर्फ अब्दुल वाहिद मकरानी ने पूछताछ में बताया कि उसका मित्र मध्य प्रदेश धार निवासी हरिश बैरागी ग्राहक भेजता था. वाहिद महाराज उसके चेले भरत और नीरू कटारा भील के साथ में मिलकर उक्त ग्राहक को झांसा देते थे.

 

झांसा देने के लिए नीरू कटारा के घर मे एक विशेष कमरा बना रखा था, जिसमें रात्री के समय ग्राहक को बुलाते. ग्राहक से असली रुपये लेते और दरी पर रखकर कम उजाले मे परदे के पीछे नकली नोट गिराते. ग्राहक कम उजाले में नकली नोट को असली समझते. झांसा देकर असली रुपए डरा धमकाकर हड़प लेते. इसके बाद नीरू के घर की तलाशी ली तो 2.90 करोड़ रुपए के नोट मिले, जिन पर चिल्ड्रन बैंक लिखा था.