Rajasthan News:  उदयपुर संभाग के बांसवाड़ा जिले में शुक्रवार शाम को एक दर्दनाक घटना हो गई. यहां स्कूल से घर के लिए निकले शिक्षक अपनी ही कार में जिंदा जल गए. शिक्षक ड्राइवर सीट पर बैठे थे. बताया जा रहा है कि आग इतनी भयावह थी कि हड्डियां तक जल गईं. हालांकि यह आग कई सवाल भी खड़ा कर रही है. मौके पर पहुंचे परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है. इस घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच की है. 


नहीं दिया किसी ने ध्यान
यह घटना बांसवाड़ा शहर के पास कागदी पिक अप एरिया के सुनसान जगह झाड़ियों के पास हुई. कार सहित जिंदा जलने वाले शिक्षक बांसवाड़ा जिले के छोटीसरवन ब्लॉक की दनाक्षरी स्कूल में महिपाल जैन शिक्षक थे. दिन में झाड़ियों में लोगों ने आग देखी, लेकिन प्रथम दृष्टया में लोगों को कार होने का पता नहीं चला, क्योंकि झाड़ियों आए दिन आग लगती रहती है. कुछ समय बाद आसपास रहने वाले लोगों को कार दिखाई दी. तो कोतवाली पुलिस को सूचना दी. पुलिस के साथ फायर ब्रिगेड की गाड़ी भी मौके पर पहुंच गई. इस दौरान कार में लगी आग को बुझाया गया. कार में लगी आग के बुझने के बाद नम्बर के आधार पर उसकी पहचान हुई और परिजनों को सूचना दी गई. 


कोतवाल रतन सिंह चौहान ने क्या कहा?
कोतवाल रतन सिंह चौहान ने बताया कि मौके पर कार को देखकर प्राथमिक रूप से लग रहा है कि टीचर ड्राइवर सीट पर बैठे थे. दाहिना हाथ खिड़की पर टिका था, जबकि बायां हाथ ऊपर की ओर उठा था. संभावना है कि बाएं हाथ में कोई सामान था. कार की पिछली सीट पर टिफिन भी रखी थी. कार के अगले दो टायर फुटे मिले जबकि पिछले दो टायर सही थे. अब सवाल यह उठ रहा है कि मेन रोड को छोड़कर कार 300 मीटर अंदर झाड़ियों पर कैसे आई? अगर शिक्षक आए तो क्यों या उनके साथ कोई था? यह भी सवाल उठ रहा है कि आखिर आग कैसे लगी. कोतवाल रतन सिंह चौहान ने बताया कि मामले की जांच कर रहे हैं. परिवार के सदस्यों में हत्या की आशंका जताई है, क्योंकि वह कुछ समय से छुट्टियों पर थे और आज ही स्कूल गए थे.


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