Rajasthan Politics: महेंद्रजीत मालवीय के बाद कांग्रेस के ये 3 और विधायक देंगे झटका? बढ़ती टेंशन के बीच आए नेताओं के बयान
Rajasthan Congress News: बांसवाड़ा में 5 विधानसभा सीट हैं, जिनमें से चार पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. महेंद्रजीत सिंह के साथ जो तीन और विधायक बने, अब उन्हीं के बीजेपी में जाने की चर्चाएं होने लगीं.
Rajasthan Congress Crisis: राजस्थान का वागड़ आदिवासियों का गढ़ है, जहां 70% आदिवासी आबादी है. यहां (बांसवाड़ा) में कांग्रेस के दिग्गज देना महेंद्रजीत सिंह मालविया के बीजेपी में शामिल होने के बाद चर्चाएं थम नहीं रही हैं. खासकर उनके क्षेत्र वागड़ में तो हर जुबां पर यही बात है. मालविय के बीजेपी में जाने की बात सामने आने के बाद वागड़ (बांसवाड़ा जिला) के ही तीन कांग्रेस विधायकों के बागी होने की चर्चाएं शुरू हो गई थीं. तीनों विधायक प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी जाकर मिले थे.
कौन है तीनों विधायक
जिन तीन विधायक का नाम सामने आया था वह हैं बांसवाड़ा से विधायक और कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे अर्जुन बामनिया. अशोक गहलोत की करीबी मानी जाने वालीं और कांग्रेस की गिरती सरकार को बचाने वालीं कुशलगढ़ विधायक रमिला खड़िया, जिन्हें टिकट नहीं मिला तो उन्होंने पिछला चुनाव बागी होकर लड़ा था. वहीं, तीसरे घाटोल विधायक नानालाल निनामा जिन्हें 2008 में टिकट नहीं मिला था वो भी नाराज हो गए थे. बांसवाड़ा में 5 विधानसभा सीटें हैं जिसमें से 4 कांग्रेस ने जीती थीं. महेंद्रजीत सिंह मालवीय के साथ यह तीनों भी विधायक बने थे.
'जब तक जान है कांग्रेस में रहूंगा'- घाटोल विधायक नानालाल निनामा
घाटोल विधायक नानालाल निनामा ने कहा, 'सभी को बधाई! मैं यह कहना चाहूंगा कि जब 2008 में मुझे पार्टी से टिकट नहीं मिला, हमारे क्षेत्र के कार्यकर्ता, जनता और मतदाताओं ने मुझे निर्दलीय जिता दिया, तो भी मैं कांग्रेस में आ गया. अशोक गहलोत को समर्थन दिया और उन्होंने मेरे क्षेत्र में बहुत काम किया. मेरे महेंद्रजीच मालवीय से बहुत अच्छे संबंध हैं, इस खातिर मुझे घसीट रहे हैं.'
विधायक नानालाल ने आगे कहा कि उन्होंने गोविंद सिंह डोटासरा और अशोक गहलोत से बात की है. उन्होंने स्पष्ट किया कि महेंद्रजीत सिंह से उनकी दोस्ती भले ही अच्छी है लेकिन कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में जाने का उनका मन नहीं है. उनके क्षेत्र की जनता और मतदाता ने बड़ी मुश्किल से और मेहनत करके उन्हें जिताया है. जब तक जान है, वह कांग्रेस के ही रहेंगे, चाहे विधायक बनें या नहीं.
'मेरे खून में कांग्रेस'- कुशलगढ़ विधायक रमिला खड़िया
कुशलगढ़ विधायक रमिला खड़िया ने कहा, 'सब कह रहे हैं कि कुशलगढ़ से रमिला खड़िया यानी मैं बीजेपी में जा रही हूं. नानालाल भी जा रहे हैं. हम कल रात को ही अशोक गहलोत से मिलकर आए हैं. हमारा जन्म ही कांग्रेस से हुआ है. जब मैं निर्दलीय खड़ी हुई थी, तब जनता और कांग्रेस के पदाधिकारियों ने मिलकर मुझे जिताया था. जब सरकार गिर रही थी उस समय मैंने समर्थन दिया. राजस्थान में किसी को पता नहीं था और मैंने सूचना देकर सरकार बचाई थी. मैं उस घराने की महिला हूं जिसके खून में कांग्रेस हैं.'
'महेंद्रजीत के जाने से कांग्रेस को नुकसान नहीं'- बांसवाड़ा विधायक अर्जुन सिंह बामनिया
पूर्व मंत्री और बांसवाड़ा विधायक अर्जुन सिंह बामनिया ने कहा, 'जो भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले रहे हैं वह उनकी निजी सोच है, निजी मामला है. उन्होंने क्यों बीजेपी जॉइन की, यह जवाब वही दे सकते हैं, उन्हीं से पूछना चाहिए. इससे कांग्रेस को कोई नुकसान नहीं होगा. हम तीन विधायक हैं (बांसवाड़ा जिला), पदाधिकारियों के साथ ब्लॉक लेवल पर बैठके कर कांग्रेस को मजबूत करेंगे. जिसके मन में कांग्रेस की सोच है वह छोड़कर नहीं जा सकता.'