BAP सांसद राजकुमार रोत और निर्दलीय विधायक रविंद्र भाटी साथ आए नजर, क्या बन रहा नया समीकरण?
Rajasthan Politics: भारत आदिवासी पार्टी के बांसवाड़ा से सांसद राजकुमार रोत ने रैली में मौजूद नेताओं की जानकारी देते हुए फोटो भी शेयर किया. तीनों नेताओं के साथ दिखने से सियासी अटकलें लगई जा रही हैं.
Rajasthan By Elections: राजस्थान में 6 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों को लेकर सभी पार्टियां अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुटी हैं. इस बीच प्रदेश की राजनीति में रविवार (01 सितंबर) को कुछ अलग ही नजारा दिखा. भारत आदिवासी पार्टी (BAP) के सांसद राजकुमार रोत, निर्दलीय विधायक रविंद्र भाटी और कांग्रेस सांसद उम्मेदराम बेनीवाल एक साथ नजर आए.
राजस्थान में एक रैली के दौरान प्रदेश की सियासत के ये तीनों दिग्गज नेता एक ही गाड़ी पर बैठे दिखे. उनके समर्थकों ने तीनों का जोरदार स्वागत किया. बांसवाड़ा सांसद राजकुमार रोत ने रैली में उपस्थित नेताओं के बारे में जानकारी देते हुए फोटो भी शेयर किया.
उन्होंने लिखा, ''विश्व आदिवासी अधिकार दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित बाड़मेर जिले के शिव विधानसभा क्षेत्र में पहुंचने पर स्वागत एवं रैली का आयोजन. इस अवसर पर समाजसेवी भंवरजी परमार, स्थानीय सांसद उम्मेदाराम बैनीवाल, स्थानीय विधायक रवींद्र सिंह भाटी, जिला प्रमुख महेंद्र चौधरी उपस्थित रहे.''
विश्व आदिवासी अधिकार दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित बाड़मेर जिले के शिव विधानसभा क्षेत्र में पहुँचने पर स्वागत एवं रैली का आयोजन। इस अवसर पर समाजसेवी भंवरजी परमार, स्थानीय सांसद उम्मेदाराम बैनीवाल, स्थानीय विधायक रवींद्र सिंह भाटी, जिला प्रमुख महेंद्र चौधरी उपस्थित रहे। pic.twitter.com/TQzRiRmsfC
— Rajkumar Roat (@roat_mla) September 1, 2024
सियासी गलियारे में इस बात की चर्चा हो रही है कि क्या उपचुनाव को लेकर इन तीनों नेताओं के बीच खिचड़ी पक रही है. सवाल उठ रहे हैं कि क्या प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव को लेकर कोई नया सियासी समीकरण बन रहा है?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अभी हाल ही में भारत आदिवासी पार्टी के दो विधायकों ने शिवसेना नेता और महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे से मुलाकात की थी. इस मुलाकात की कुछ तस्वीरें भी सामने आईं थी. जिसके बाद BAP में टूट को लेकर सियासी अटकलें भी लगाई गईं.
वहीं, दूसरी तरफ कुछ दिनों पहले ही बीजेपी प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल ने राजकुमार रोत को बेहतर नेता बताया था. उनके इस बयान को रोत पर डोरे डालने की कोशिशों के तहत देखा गया था. हालांकि उस दौरान खुद राजकुमार रोत और BAP के प्रमुख मोहनलाल रोत ने बीजेपी के साथ गठबंधन की अटकलों को खारिज किया था.
ये भी पढ़ें:
जयपुर किडनैपिंग केस में ट्विस्ट, प्यार के लिए छोड़ी नौकरी, अपने ही बच्चे को करना पड़ा अगवा