Rajasthan News: बारां जिले के छीपाबड़ौद कस्बे में 125 किलो चांदी की डकैती मामला का खुलासा हो गया है. सर्राफा दुकान लूटकांड में अंतरराज्यीय गिरोह शामिल था. पुलिस ने गैंग के 4 बदमाशों को गिरफ्तार किया है. एक आरोपी की निशानदेही पर 5 किलो चांदी के जेवरात समेत वारदात में इस्तेमाल कार को भी बरामद किया है. पुलिस बदमाशों से पूछताछ में जुटी है. उप महानिरीक्षक और पुलिस अधीक्षक कल्याणमल मीना ने बताया कि 12 फरवरी को छीपाबड़ौद के परिवादी गौतमचंद गोयल ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी. उसने बताया था कि सरार्फा की दुकान मकान के नीचे है. 11 फरवरी को रात करीब 3 बजे दुकान से खटपट की आवाज सुनाई दी. मकान के झरोखे से बाहर देखने पर कुछ आदमी खड़े दिखे. टोकने पर उन्होंने गुलेल चलाई. मौके से 8-9 आदमी 6-7 कट्टों में दुकान से सामान भरकर ले जाते दिखे. बदमाशों के जाने के बाद गौतमचंद गोयल ने नीचे आकर देखा कि दुकान का शटर टूटा हुआ था. बड़ी तिजोरी के मैनगेट से 125 किलो चांदी और जेवरात गायब थे. 


125 चांदी लूटकांड का पुलिस ने किया खुलासा
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक खुद मौके पर पहुंचे. वारदात वाली जगह का बारीकी से निरीक्षण किया. घटनास्थल पर एफएसएल, एमओबी डॉग स्कॉड और साइबर सेल की टीमों को बुलाया गया. सीसीटीवी फुटेज का भी विश्लेषण किया गया. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में टीमें गठित गई. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि छानबीन से पता चला कि वारदात में अंतरराज्यीय गिरोह के साथ स्थानीय लोगों की मिलीभगत है. मामले में पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर तेज सिंह गुर्जर, प्रमोद सोनी, प्रमोद उर्फ गोलू ब्राह्मण और सूरज खरवाल को डिटेन कर पूछताछ शुरू की गई. उनके पास से वारदात के बाद हुए बंटवारे में मिली 5 किलो चांदी और कार भी मिली.


अंतराज्यीय पादरी गिरोह था वारदात में शामिल
पुलिस ने बताया कि छबड़ा निवासी आरोपी तेज सिंह की दोस्ती पड़ोसी बल्लू सांसी, छीपाबड़ौद के प्रमोद उर्फ गोलू ब्राहाण से थी. उसने दोस्त गुगोर निवासी सूरज खारवाल से संपर्क किया. प्रमोद उर्फ गोलू ब्राहाण ने कस्बा छीपाबड़ौद के प्रमोद सोनी को शा्मिल किया. सर्राफा दुकान को निशाना बनाने के लिए आरोपियों ने मध्यप्रदेश के पारदी गिरोह से जुड़े पवन, गंगु देवेन्द्र निवासी खेजड़ा, रामकिशोर, केदार, सोनू, संजय सिंह, मिथुन पादरी निवासी बीलाखेड़ा और कुछ अन्य पारदियों से संपर्क किया. बल्लू सांसी और सूरज खारवाल 11 फरवरी को पारदी गिरोह को अपनी गाड़ियों में बैठाकर छीपाबड़ौद लाए. रात के समय पारदियों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया. पुलिस तफ्तीश में एक कड़ी से पूरी वारदात खुल गई. चोरी छबड़ा क्षेत्र की अब तक की सबसे बड़ी चोरी थी. चोरी का खुलासा करना पुलिस के लिए चेलेंज था और कस्बे में आक्रोश भी था. वारदात का कुछ ही दिनों में खुलासा कर पुलिस ने राहत की सांस ली.


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