(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Baran News: सीएम अशोक गहलोत देते रहे भाषण और खाली होती रहीं कुर्सियां, जानें मैदान छोड़कर क्यों जाने लगे लोग
राजस्थान के बारां जिले में गुरुवार को सीएम अशोक गहलोत के भाषण के दौरान लोगों जाने लगे. हालात यह हो गए कि 25 हजार लोगों वाले पंडाल में केवल एक हजार लोग ही बचे थे.
Rajasthan News: बारां के श्री बड़ां बालाजी धाम पर गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) उत्कृष्ठ खिलाड़ी खेल सम्मान और कांग्रेस जनों के दीपावली स्नेह मिलन समारोह में मुख्य अतिथि रहे. यह कार्यक्रम शाम 7 बजे तक चलता रहा. इस दौरान 4 बजे से भाषण का कार्यक्रम शुरू हुआ, तब पंडाल में 25 हजार से अधिक लोग मौजूद थे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शाम 6 बजे से भाषण देना शुरू किया. कुछ समय बाद देखा गया कि वहां पर बैठे लोग उठकर जाने लगे. भाषण के समापन तक मुश्किल से एक हजार आदमी भी पंडाल में नहीं बचे थे.
सीएम ने दिया 20 मिनट का भाषण
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस दौरान लगभग 20 मिनट तक भाषण दिया, तब तक पूरा पंडाल खाली हो गया था. मुख्यमंत्री सरकार की योजनाओं के बारे में बताते रहे, लेकिन सुनने वाले कुछ लोग ही बचे थे. इससे पहले खान और गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया, सार्वजनिक निर्माण मंत्री भजन लाल जाटव, पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोडासरा, खेल मंत्री अशोक चांदना, और विधायकों ने भाषण दिया. इसके साथ ही इन नेताओं ने सरकार की योजनाओं की जमकर तारीफ की.
बताया जा रहा है कि भाषण के दौरान लोग सुनते रहे, लेकिन जैसे ही अंधेरा शुरू हुआ और मुख्यमंत्री ने बोलना शुरू किया लोग उठकर जाने लगे. इसको लेकर जिले भर में चर्चा बनी हुई है कि लोग मुख्यमंत्री को सुनने आए और खान मंत्री प्रमोद जैन भाया के भाषण को सुनकर चले गए.
कार्यक्रम में क्या कहा सीएम ने?
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजीव गांधी ग्रामीण ओलम्पिक खेल प्रतियोगिताओं से पूरे प्रदेश में स्वस्थ्य प्रतिस्पर्धा और मेल मिलाप का भाव प्रबल हुआ है. इन खेलों में महिलाओं, पुरुषों, युवाओं, बुजुर्गो सहित सभी वर्गो ने खेल भावनाओं के साथ विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में उत्साह व उमंग के साथ भाग लिया. इससे बारां जिला भी अछूता नहीं रहा. उन्होने कहा कि राजीव गांधी ग्रामीण ओलम्पिक खेलों के माध्यम से प्रदेश को कई छिपी हुई खेल प्रतिभाएं मिली है जिससे आगामी दिनों में कई खिलाडी राज्य व राष्ट्रीय स्तर तक अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे. जिले में श्री पार्ष्वनाथ मानव सेवा चेरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष उर्मिला जैन भाया ने ग्रामीण ओलम्पिक के तहत खिलाडियों और टीमों को विशेष प्रोत्साहन दिया हैं जिसके तहत ट्रस्ट के माध्यम से ग्राम पंचायत, ब्लॉक और जिला स्तर पर उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाडियों को पुरुस्कार प्रदान किया जा रहा है. गहलोत ने कहा कि खिलाडी का नौकरी में चयन हो रहा है तथा उनका खेल कोटे से प्रमोशन भी हो रहा है. प्रतिभाओं की कोई कमी राजस्थान में नही है बस उन्हें खोजने और निखारने की जरूरत है. खेलों का माहौल प्रदेश में बना है. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि 26 जनवरी को राजीव गांधी शहरी ओलम्पिक प्रतियोगिताओं का आयोजन प्रारंभ होगा.