Sonia Gandhi Birthday: अलगोजा की धुन पर देशी विदेशी हर कोई झूमने लग जाता है. बाड़मेर के 90 वर्षीय धोधे खां को अलगोजा की धुन का शहंशाह कहा जाता है. अलगोजा धुन के सरताज धोधे खां की चर्चा एक बार फिर छिड़ गई है. आज 9 दिसंबर को सोनिया गांधी का जन्मदिन है. धोधे खां राजीव गांधी के बाराती बने थे. सोनिया गांधी की शादी में धोधे खां को बुलावा आया था. गांव मांगता में रहने वाले धोधे खां की कामयाबी की सूची बहुत लंबी है. धोधे खां ने 982 में हुए एशियाई खेलों में लोक वाद्ययंत्र अलगोजा बजाकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया था.
अलगोजे की धुन का पूर्व PM राजीव गांधी पर जादू चला था
अलगोजे की धुन का राजीव गांधी पर जादू चल गया. राजीव गांधी ने धोधे खां को बाराती बनने का मौका दिया. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के शादी समारोह में अलगोजा बजाकर धोधे खां रातों-रात वैश्विक स्तर पर चर्चित हो गए. धोधे खां पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और सोनिया गांधी के विवाह समारोह में भी शामिल हुए थे. अलगोजा धुन के शहंशाह धोधे खां 70 साल पहले पाकिस्तान से भारत आए थे. पाकिस्तान से भारत लाए अलगोजा धोधे खां का साथी बना हुआ है.
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सोनिया गांधी की शादी में धोधे खां को आया था बुलावा
धोधे खां बताते हैं कि अलगोजा से निकलने वाली धुन वातावरण में मिठास पैदा करती है. अलगोजा की सुर को सुननेवाला मंत्रमुग्ध हो जाता है. उन्होंने कहा, "मैंने हमेशा देश की एकता और खुशहाली के लिए गीत गाए हैं. धोधे खां के गीतों को पसंद करनेवाले आज भी हजारों लोग मौजूद हैं. अलगोजा लोक वाद्ययंत्र कभी दुनिया भर में राजस्थान की अलग ही पहचान कराता था. अलगोजा खासतौर पर आदिवासी क्षेत्रों में बजाया जाने वाला वाद्य यंत्र है. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और सोनिया गांधी के विवाह समारोह में अलगोजा वाद्ययंत्र का तान छेड़कर धोधे खां देश-दुनिया में रातों-रात मशहूर हो गए.