Rajasthan News: पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर जिले से शर्मशार करने वाली घटना सामने आई है. दरअसल, कनिष्ठ सहायक ग्राम सेवक ने राशन कार्ड बनाने के बदले में एक विवाहिता से चाकू की नोक पर रेप करने का मामला सामने आया है. शर्मसार करने वाला यह मामला बाड़मेर जिले के चौहटन पुलिस थाना इलाके से जुड़ा है. विवाहिता ने शुक्रवार को पुलिस थाने में रिपोर्ट दी है. पुलिस ने पीड़िता की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.


मुंह में कपड़ा ठूंसकर किया बलत्कार 


बाड़मेर जिले के थाने में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार 5 सितंबर सुबह पीड़िता घर पर अकेली थी. उस दौरान कनिष्ठ सहायक ग्राम सेवक मेघाराम घर पर आया. उसने पीड़िता से राशन कार्ड बनाने के एवज में फिजिकल रिलेशन बनाने की बात कही. पीड़िता ने मना किया तो पीड़िता को वह धमकाने लगा. फिर चाकू दिखाते हुए कहा कि यदि मना किया तो जान से मार दूंगा. पीड़िता के साथ जबरदस्ती की. पीड़िता का आरोप है कि इस दौरान आरोपी ने उसके मुंह में कपड़ा ठूस दिया था. 


जांच में जुटी पुलिस 


बाड़मेर के चौहटन पुलिस थाना अधिकारी जय किशन सोनी ने बताया कि पीड़िता ने शुक्रवार को रिपोर्ट दी है. शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है. पीड़िता का मेडिकल करवाया गया है. वहीं, उसके बयान भी दर्ज हो गए हैं. पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है.


यह है पूरा मामला


बाड़मेर के चोहटन पुलिस थाना क्षेत्र में राशन कार्ड ट्रांसफर करने का एक विवाहित आने आवेदन किया था. पीड़िता ने रिपोर्ट में बताया कि पहले बाड़मेर पंचायत समिति के गांव में रहते थे. कुछ समय पहले ही वहां से रामसर पंचायत समिति के गांव में रहने लगे हैं. तब राशन कार्ड ट्रांसफर करवाने के लिए आवेदन पीड़िता के पति ने करने के लिए कनिष्ठ सहायक मेघाराम को दिया था. राशन कार्ड में लिखे पीड़ित के मोबाइल नंबर पर कॉल व वीडियो कॉल करता था. कई बार मना करने पर भी माना नहीं. इसके बाद ग्राम सेवक ने 5 सितंबर को घर में घुसकर बलात्कार कर दिया.


गांव में 18 दिन चली पंचायत


राशन कार्ड बनाने के इमेज में चाकू की नोक पर पीड़ित विवाहिता का बलात्कार के मामले में पीड़िता ने रिपोर्ट में बताया कि घटना के समय पति बाहर चौहटन गए हुए थे. फोन पर जब पूरी घटना बताई. उसके बाद पीड़ित के पति घर पर आए. इस घिनोनी घटना गांव के लोगों को  बताया तब कनिष्ठ सहायक को फोन कर गांव वालों ने बताया. तब उसने फोन पर गलती भी स्वीकार की. 18 दिन तक गांव में इस मसले पर पंचों ने पंचायत भी चलाई, लेकिन परिणाम कुछ नहीं निकला. 


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