बीजेपी के लिए बाड़मेर सीट बनी चुनौती! सीएम- डिप्टी सीएम ने झोंक दी ताकत, मानवेंद्र सिंह पर सबकी निगाहें
Barmer Lok Sabha Seat: राजस्थान में बाड़मेर लोकसभा सीट पर बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. बीजेपी ने यहां से पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी को अपना प्रत्याशी बनाया है.
Barmer Lok Sabha Seat: राजस्थान में बाड़मेर लोकसभा सीट बेहद रोचक हो गई है. इस सीट पर चुनाव लड़ने वाले बीजेपी प्रत्याशी कैलाश चौधरी केंद्रीय मंत्री भी है. इसलिए वहां पर बीजेपी जीतने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक रही है. इसके साथ उस सीट पर रोचक मामला यह है कि पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता मानवेन्द्र सिंह जसोल पर सबकी निगाहें टिकीं हुई हैं. उनका रुझान क्या है ? क्या वो बीजेपी को समर्थन देंगे या कांग्रेस के साथ रहेंगे.
बीजेपी के नेता उन्हें साधने का प्रयास कर रहे हैं. वहीं निदर्लीय प्रत्याशी भी उन्हें साधने में लगे हैं. राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और डिप्टी सीएम ने बाड़मेर में का दौरा किया और वहां की वास्तविक स्थिति को समझकर आगे की रणनीति बनाई. बाड़मेर से सटी जोधपुर लोकसभा सीट पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत मैदान में हैं. इस बार वो भी वहां ज्यादा दौरे नहीं कर पा रहे हैं. इसलिए अब सरकार को मैदान में उतरना पड़ा है.
सीएम और डिप्टी सीएम का दौरा एक साथ
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सोमवार को बाड़मेर में रहे. जहां पर कई कार्यक्रमों में शामिल हुए. लोकसभा कोर कमेटी और चुनाव प्रबंधन की बैठक में शामिल होकर सही असलियत को समझने का प्रयास किया. इसके बाद सीएम भजनलाल शर्मा ने यहां रात्रि विश्राम किया. बीजेपी इसे बड़ी रणनीति का हिस्सा मान रही है. इसके साथ ही सीएम के साथ वहां पर डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा ने भी रात्रि विश्राम किया. कुल मिलाकर बाड़मेर में बीजेपी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है.
मानवेन्द्र पर सबकुछ टिका ?
कुछ दिन पहले बीजेपी ने अशोक गोदारा को पार्टी में शामिल कर लिया. उसके बाद से बाड़मेर से निर्दलीय विधायक प्रियंका चौधरी को बीजेपी ने अपनी तरफ साध लिया. मगर, पूर्व सांसद मानवेन्द्र सिंह जसोल को बीजेपी साधना चाह रही है. 22 मार्च को मानवेंद्र सिंह जसोल ने एक ट्वीट किया जिसमें कांग्रेस के कुछ नेताओं के निष्कासन की बात थी. उसके बाद से कोई ट्वीट और सूचना सामने नहीं आया है. सूत्रों का कहना है मानवेन्द्र सिंह अब चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं. इसलिए वहां पर किसी के साथ खुलकर सामने नहीं है.
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