Barmer: लाचार परिवार की मदद के लिए सोशल मीडिया से जुटाए गए 2 करोड़ रुपये, ठग लेकर हो गए फरार!
बाड़मेर में माता-पिता को खोने के बाद सात बेटियों की देखरेख के लिए सोशल मीडिया पर लोग ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर कर रहे थे. इसी दौरान ठगों ने पोस्ट पर अपना नंबर डालकर लाखों रुपये अपने खाते में डलवा लिए.
Rajasthan News: आज के इंटरनेट युग में सोशल मीडिया मदद का एक बहुत बड़ा जरिया बन गया है. एक दुर्घटना में मां-बाप और चार साल के मासूम भाई की मौत के बाद 7 लड़कियों की बेबसी और लाचारी की खबर फैली तो हजारों लोगों ने मदद के लिए हाथ आगे किए. इस खबर के बाद दो दिन में दो करोड़ रुपये इक्कठे हो गए. वहीं इसी दौरान रुपये इक्कठा होते देख कुछ ठग भी सक्रिय हो गए और उन्होंने सोशल मीडिया पर ठगी के खेल को अंजाम दे दिया.
पीड़ित परिवार की बड़ी बेटी का फोन-पे नबंर और खाता नबंर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था. ऑनलाइन पेमेंट उसी नबंर के जरिये सीधे खाते में आ रहे थे. ऐसे में ठगों ने पोस्ट में अपने नबंर डाल दिए कि और कई लोगों ने मदद के पैसे ठगों के खाते में डाल दिए. यह मामला जब तक खुला तब तक लाखों रुपये ठगों के खाते में जा चुके थे. वहीं ठगी के इस मामले में बाड़मेर पुलिस ने एक आरोपी ठग को गिरफ्तार किया हैं.
पुलिस ने की सावधान रहने की अपील
बाड़मेर एसपी दीपक भार्गव ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी सुरेंद्र कुमार जाट पुत्र सुरता राम बाड़मेर जिले के गिड़ा पुलिस थाना क्षेत्र के लापुंद्रडा गांव का रहने वाला है. आरोपी युवक से पूछताछ चल रही है साथ ही ठगी के इस मामले में शामिल अन्य आरोपियों की पहचान की जा रही है. जल्द सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा. एसपी भार्गव ने आम जनता से अपील की है कि मदद के लिए चलाई जाने वाली इस तरह की मुहिम में मदद के लिए रुपये देने से पहले एक बार नंबर पर कॉल करके पता किया जाना चाहिए.
एसपी दीपक भार्गव ने बताया कि इस ठगी के संबंध में शनिवार को भंवर लाल जाट ने एक रिपोर्ट दी और उसमें बताया कि 13 नवंबर को सिणधरी के पास सड़क दुर्घटना में खेताराम और उसकी पत्नी की मौत गई. माता-पिता के मौत के बाद उनकी सात बेटियों की देखरेख व पालन पोषण के लिए मीडिया कर्मियों और सर्व समाज के लोगों द्वारा सहायता के लिए एक मुहिम चलाई गई. इसमें करीब दो करोड़ रुपये की सहायता राशि मृतक खेताराम के बेटी ओमी के खाते में जमा हुई.
लाखों रुपये अकाउंट में करवाए ट्रांसफर
भंवर लाल जाट ने आगे रिपोर्ट में बताया कि सोशल मीडिया पर 7 बहनों की मदद के लिए मुहिम चल रही थी. इस दौरान सभी लोग फोन-पे और सीधे बैंक खाते में रुपये डालकर ग्रुप में स्क्रीन शॉर्ट डाल रहे थे. इस बीच ग्रुप सदस्य ने फर्जी नंबर पर रुपये ट्रांसफर करने का स्क्रीन शॉर्ट ग्रुप में डाल दिया. गहनता से छानबीन हुई तो इस तरह के 4 नंबर सामने आए. ये ऐसे नंबर थे जिनका पीड़ित परिवार से कोई लेना-देना नहीं था. पुलिस ने बताया बदमाशों ने सोशल मीडिया पर चली मुहिम के पोस्टर (खाता संख्या व फोन नंबर) को एडिट कर अपना नंबर डाल दिया. साथ ही इस पोस्टर को दूसरे ग्रुप में डाल रहे थे. वहीं मदद करने वाले लोगों ने इनके खाते में लाखों रुपये डाल दिए. पुलिस को मिली शिकायत में 6376532030, 9636532593, 8003010728 व 8209057425 नंबर सामने आए हैं. इसमें लोगों ने लाखों रुपये फोन-पे के जरिए ट्रांसफर कर दिए हैं. पुलिस ने इनके खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है.
यह है मामला
बालोतरा पुलिस के अनुसार 13 नवंबर को मालपुरा गांव निवासी खेताराम (50) वर्षीय अपनी पत्नी को कुलदेवी (40) वर्षीय पुत्र जसराज 4 साल चचेरे भाई बादराराम (50) वर्ष और अणसी देवी (45) वर्षीय पत्नी बादराराम के साथ सिणधरी के पास के गांव में बड़ी लड़की के रिश्ते की बात करने के लिए जा रहे थे. सिणधरी गांव में उतरकर बस स्टैंड की तरफ जाने लगे तभी पीछे से बेकाबू बोलेरो ने सभी को कुचल दिया. गाड़ी डोले से टकराकर रुक गई और मौके पर देवी और कुकू देवी की मौत हो गई. खेताराम के सिर में गंभीर चोट आई थी इलाज के दौरान नाहटा हॉस्पिटल में खेता राम ने दम तोड़ दिया. वहीं 4 साल के बेटे जसराज की भी उपचार के दौरान मौत हो गई थी.