Basant Panchami 2022: बसंत पंचमी (Basant Panchami) का पर्व हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है. इस दिन मां सरस्वती की पूजा-उपासना करने का विधान है. विद्या और ज्ञान की देवी मां सरस्वती को इस दिन पीले रंग के वस्त्र, पीले पुष्प, पीले रंग का भोग आदि चीजें अर्पित की जाती हैं. इस दिन पीले रंग का भी विशेष महत्व होता है. माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन बसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है. राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने बसंत पंचमी के अवसर पर शुभकामनाएं दी हैं.


आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा देता है पर्व
सीएम गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि, ''बसंत पंचमी के अवसर पर शुभकामनाएं. विद्या की देवी मां सरस्वती की आराधना का यह पर्व हमें शिक्षा के माध्यम से सदैव उन्नति के पथ पर आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा देता है. आशा है बसंत ऋतु सभी के जीवन में नई ऊर्जा, उमंग एवं उल्लास का संचार करे.'' 






मंदिरों में की गई है सजावट 
बसंत पंचमी के पर्व पर मां सरस्वती की पूजा के समय विद्यार्थी अपने किताबें और कलम भी मां के आगे समर्पित करते हैं. इससे मां प्रसन्न होकर उन्हें आशीर्वाद देती हैं. जोधपुर के मंदिरों में भी बसंत पंचमी की खास तैयारियां की गई हैं. मंदिरों को खूबसूरत तरीके से सजाया गया है. मंदिरों में पीले फूलों से सजावट की जा रही है. बसंत पंचमी के दिन मंदिरों में प्रसाद भी पीले रंग का चढ़ाया जाता है.


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