Massive Fire In Beawar: राजस्थान (Rajasthan) में जयपुर-उदयपुर नेशनल हाईवे पर स्थित ब्यावर (Beawar) में एक भीषण हादसा हुआ है. यहां गुरुवार मध्य रात करीब 12 बजे हाईवे पर तीन वाहनों की टक्कर होने के बाद आग लग गई. इस आग में 3 लोग जिंदा जलकर राख हो गए. करीब आधा दर्जन लोग झुलस गए. 3 वाहनों में एक ऑयल से भरा टैंकर था. टक्कर होते ही तेज धमाके के साथ आग की लपटें उठने लगी. देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया. आगजनी के दौरान तेज धमाके सुनाई देते रहे. करीब 5 किलोमीटर दूर तक इन धमाकों की आवाज सुनाई दी और आसमान में उठती आग की लपटें देखी गई. हाईवे पर वाहनों की आग से धूल का गुबार उठने लगा. धमाकों के साथ उठती आग की लपटों को देखकर ब्यावर शहर में दहशत फैल गई.
चंद मिनटों में आग ने मचाई तबाही
आग चंद मिनटों में भयानक रूप लेकर तबाही मचाने लगी. हाईवे के किनारे सटी आधा दर्जन दुकानों को चपेट में ले लिया. ऑयल और हवा के संपर्क में आने से आग की लपटें मिसीपुरा इलाके में फैल गई. क्षेत्र के करीब एक दर्जन घर आग की चपेट में आ गए. कई मकानों की दीवारें गिर गई और कई घरों में दरारें आ गई. कई मकानों में आग लगने से सब तबाह हो गया. दोपहिया वाहन धूं-धूं कर जल गए. घरों में रखे करीब आधा दर्जन वाहन जलकर राख हो गए.
घर तबाह, वाहन जले
घरों में आग फैलते ही लोग घबराकर बाहर भागे. लोगों ने पूरे इलाके को खाली कर दिया. इत्तला मिलते ही पुलिस प्रशासन और दमकल वाहन मौके पर पहुंचे. एडिशनल एसपी वैभव शर्मा, सहायक पुलिस अधीक्षक मनीष सिंह समेत कई थानों के थानाधिकारी व भारी पुलिस बल मौके पर तैनात हो गए. दमकल ने आग बुझाने में काफी मशक्कत की. दमकल वाहन के कई चक्कर लगाने से शहर में लगातार सायरन की आवाजें गूंजती रही. मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई. कई घंटों तक लगातार प्रयास करने के बाद आग पर काबू पाया. आग के कारण जयपुर-उदयपुर हाईवे पर जाम लग गया. सड़क के दोनों ओर वाहनों की कतारें लग गई. कई घंटों तक वाहन हाईवे पर जाम में फंसे रहे. आग बुझने के बाद ट्रैफिक डायवर्ट कर यातायात सुचारु करवाया.
प्रशासनिक अनदेखी का शिकार हुए लोग
आगजनी की घटना के कारण मिसीपुरा इलाके के एक दर्जन से अधिक घर तबाह हो गए. रात के वक्त लोग घर में सो रहे थे, तभी अचानक तेज धमाकों की आवाज सुनकर और आग लगने के कारण घरों से बाहर निकल आए. लोगों ने खेतों में बैठे रहे लेकिन मौके पर मौजूद एसडीएम मृदुल सिंह ने उनकी सुध तक नहीं ली. एसडीएम की उदासीनता के कारण लोगों में नाराजगी देखी गई. महिलाओं और मासूम बच्चों ने सर्दी के मौसम में खुले आसमान तले खेतों और मैदान में बैठकर रात गुजारी.
वाहन चालक समेत 3 की मौत
सहायक पुलिस अधीक्षक मनीष सिंह ने एबीपी न्यूज को बताया कि हादसे में दो वाहनों के चालक समेत तीन लोगों की मौत हुई है. कई लोग झुलसे हैं, जिन्हें उपचार के लिए राजकीय अमृतकौर अस्पताल में भर्ती करवाया है. मृतकों के शव पूरी तरह से जल गए हैं. शवों की शिनाख्तगी के प्रयास किए जा रहे हैं.
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