Rajasthan News: इक्कीसवीं सदी के दौर में भी बेटे की चाह में बहूओं को प्रताड़ित करने का सिलसिला नहीं थमा है. देहाती सोच के लोग आज भी बेटे-बेटी में फर्क कर रहे हैं. ऐसा ही एक मामला राजस्थान के ब्यावर में सामने आया है. यहां एक विवाहिता ने दो बेटियों को जन्म दिया तो ससुराल वाले उसे प्रताड़ित करने लगे. बहू को मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया गया. अब जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं. पीड़िता की रिपोर्ट पर पुलिस ने पति सहित पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.


गर्भावस्था में मारपीट कर निकाला


ब्यावर में सेदरिया निवासी 23 वर्षीय विवाहिता ने बताया कि उसका विवाह करीब तीन साल पहले ब्यावर के निकट ही डूंगरी रोड स्थित भोमियाजी का थान क्षेत्र निवासी शंकर सिंह रावत के पुत्र सुरेंद्र सिंह रावत से हुआ. यह शादी हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार हुआ था. शादी के बाद पीड़िता ने दो बेटी को जन्म दिया. पति और ससुराल वाले पीड़िता को बेटी पैदा करने के ताने देकर प्रताड़ित करने लगे. पीड़िता जब तीसरी बार गर्भवती हुई तो जबरन लड़का पैदा होने की दवाईयां लाकर देने लगे.  गर्भावस्था में पीड़िता के साथ गाली-गलौच और मारपीट कर घर से निकाल दिया. पीड़िता अपने माता-पिता के पास रहने लगी तो ससुराल वाले वहां आकर मारपीट करने लगे. पति और देवर खुद को बिच्छू गैंग का बदमाश बताकर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं.


शहर थाने में मुकदमा दर्ज


पीड़िता ने एएसपी को लिखित रिपोर्ट देकर आपबीती बताई. तहरीर के आधार पर शहर थाना पुलिस ने आरोपी पति सुरेंद्र सिंह रावत, सास गीता, देवर सोनू सिंह, ननद मंजू और ननदोई रणजीत सिंह के खिलाफ दहेज प्रताड़ना और मारपीट के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है.


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