Hajj Yatra 2022: दो साल बाद हज के मुकद्दस सफर पर रवाना हुए जायरीन, कौम ने ऐसे दी विदाई
Hajj Yatra: दो साल से कोरोना महामारी के कारण बंद हज यात्रा को सऊदी अरब सरकार ने मंजूरी दे दी है. राजस्थान में ब्यावर के आजमीन हज के मुकद्दस सफर के लिए रवाना हुए हैं.
Beawar News: अल्लाह के बंदों के लिए यह साल खुशियों की सौगात लाया है. दो साल से कोरोना महामारी के कारण बंद हज यात्रा को सऊदी अरब सरकार ने इस साल अनुमति दी है. वहां कोरोना से जुड़े सभी प्रतिबंध भी हटा दिए हैं. इससे हज के मुकद्दस सफर पर जाने वाले आजमीनों में खुशी की लहर है. बुधवार को राजस्थान में ब्यावर के आजमीनों ने इस्लाम धर्म के पवित्र तीर्थ मक्का मदीना की हज यात्रा के लिए प्रस्थान किया.
कौम के लोगों ने दी मुबारकबाद
ब्यावर के छावनी क्षेत्र में आमीन कादगी व उनकी बेगम जरीना बानो, मास्टर असलम व उनकी बेगम हमीदा बानो का कौम पठान व गुलशने मुस्तफा दरगाह कमेटी की ओर से माला पहनाकर इस्तकबाल किया गया. नायब सदर कमरूद्दीन बाबा, सेकेट्री मोहम्मद फारूक खान लोदी, मोहम्मद इम्तियाज, पप्पू पहलवान, मोईनुद्दीन चिश्ती, अनवर ने कौम की तरफ से मुबारकबाद और दुआएं दी. उन्होंने कहा कि हज यात्रा के दौरान हमारे मुल्क भारत में अमन और प्यार मोहब्बत परवान चढ़े, इसके लिए अल्लाह पाक से विशेष दुआ करें.
इस्लामी तीर्थयात्रा है हज
कमेटी के प्रचार मंत्री पप्पू पहलवान ने बताया कि हज इस्लामी तीर्थयात्रा है. मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए यह पवित्र स्थान है. यहां विश्व के सभी देशों से मुस्लिम कौम के लोग पहुंचते हैं. हज यात्रा इस्लाम के 5 स्तंभों में भी शामिल है. साधन संपन्न व्यक्ति पर हज यात्रा करना फर्ज है. जीवन में कम से कम एक बार यह यात्रा अवश्य करनी चाहिए. इस साल ब्यावर से 59 आजमीन हज करने जा रहे हैं. यह सभी अल्लाह पाक से दुआ करेंगे कि मुल्क में अमन-चैन कायम हो. आपसी नफरत खत्म कर मोहब्बत कायम हो.
दो साल बाद अब हो रही हज यात्रा
आखिरी हज यात्रा वर्ष 2019 में हुई थी. कोरोना के कारण 2020 में यात्रा रद्द हो गई थी. पिछले साल भी हज यात्रा के लिए आवेदन आए थे, लेकिन सऊदी अरब सरकार ने यात्रा की अनुमति नहीं दी थी जिससे यात्रा नहीं हो सकी. ब्यावर के आजमीन रेल यात्रा कर गुरुवार को दिल्ली पहुंचेंगे. वहां सभी यात्रियों की कोरोना जांच की जाएगी. रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उन्हें फ्लाइट के जरिए सऊदी अरब भेजा जाएगा. आजमीनों की विदाई के वक्त अब्दुल समद, असलम खान, सलामुद्दीन खान, नाजिम, अयूब, इमामुद्दीन, निसार अहमद, असलम खान सहित कौम के लोग मौजूद रहे. आखिरी हज यात्रा वर्ष 2019 में हुई थी. कोरोना के कारण 2020 में यात्रा रद्द हो गई थी. पिछले साल भी हज यात्रा के लिए आवेदन आए थे, लेकिन सऊदी अरब सरकार ने यात्रा की अनुमति नहीं दी थी जिससे यात्रा नहीं हो सकी.
विदाई के वक्त यह लोग रहे मौजूद
ब्यावर के आजमीन रेल यात्रा कर गुरुवार को दिल्ली पहुंचेंगे. वहां सभी यात्रियों की कोरोना जांच की जाएगी. रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उन्हें फ्लाइट के जरिए सऊदी अरब भेजा जाएगा. आजमीनों की विदाई के वक्त अब्दुल समद, असलम खान, सलामुद्दीन खान, नाजिम, अयूब, इमामुद्दीन, निसार अहमद, असलम खान सहित कौम के लोग मौजूद रहे.
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