Beawar News: देश के कई राज्यों में इन दिनों बिजली संकट छाया है. इसे लेकर केंद्र और राज्य सरकारें चिंतित हैं, मगर राजस्थान के ब्यावर नगर परिषद को इससे कोई इत्तेफाक नहीं है. शायद यही कारण है कि शहर में बिजली की खूब बर्बादी की जा रही है. एक ओर जहां जनता और शासन-प्रशासन बिजली संकट का सामना कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर शहर के विभिन्न इलाकों में दिनदहाड़े स्ट्रीट लाइटें रोशन है.
परिषद के बेपरवाह जनप्रतिनिधि और अधिकारी बिजली की इस बर्बादी को बढ़ावा दे रहे हैं. जनता की शिकायतों को अनदेखा और अनसुना किया जा रहा है. इससे आमजन में आक्रोश व्याप्त है.
दिनदहाड़े बिजली का दुरुपयोग बंद हो
जेम्स व्यवसायी मनीष जांगड़ा ने बताया कि भीषण गर्मी के वक्त बिजली बचाने के लिए विद्युत निगम कटौती कर रहा है और नगर परिषद दिन में स्ट्रीट लाइट जलाकर बेशकीमती बिजली को बर्बाद करने पर आमादा है. ग्राफिक्स डिजाइनर विजय अनुरोध ने कहा कि दिनदहाड़े हो रहा बिजली का दुरुपयोग तत्काल बंद होना चाहिए. दिन में रोशन हो रही इन लाइटों का भार आम आदमी की जेब पर पड़ेगा.
नहीं होता शिकायतों का समाधान
सर्राफा व्यवसायी हेमेंद्र सोनी ने बताया कि शहर के विभिन्न इलाकों में दिन के वक्त स्ट्रीट लाइटें ऑन है. यह नगर परिषद प्रशासन की घोर लापरवाही है. परिषद के बिजली विभाग में कई अनियमितताएं है. शिकायतों का समाधान नहीं होता, पार्षद भी इनसे दुखी हैं.
जल्द ही समाधान करवाएंगे
इस मामले में ब्यावर नगर परिषद सभापति नरेश कनौजिया का कहना है कि यह समस्या लंबे समय से है. जनता की मांग जायज है कि बिजली की बर्बादी रूकनी चाहिए. तकनीकी खामी के कारण लाइटें दिन में भी ऑन रहती है. समस्या समाधान के लिए टेंडर की प्रक्रिया कर रहे हैं. इन दिनों बिजली विभाग के अधिकारी भी छुट्टी पर हैं. जल्द ही समाधान करवाएंगे.