Beneshwar Dham Fair: देशभर के आदिवासियों के सबसे बड़े आस्था के धाम बेणेश्वर में आदिवासियों के कुंभ के नाम से प्रचलित मेले का आगाज हो चुका है. इसमें आज शाम से विशेष प्रकार के आयोजनों की शुरुआत हो जाएगी. यह मेला पर्यटन विभाग राजस्थान और जिला प्रशासन डूंगरपुर के संयुक्त तत्वावधान में हो रहा है. मेला 20 फरवरी को शुरू हुआ जो 24 फरवरी तक चलेगा. इसमें लाखों आदिवासी लोग पहुंचेंगे और खासकर राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के आदिवासी होंगे. जानिए क्या होंगे कार्यक्रम.


जिला कलक्टर अंकित कुमार सिंह ने बताया कि बेणेश्वर धाम मेला पूरे देश में एक विशिष्ट सांस्कृतिक और लोक महत्व की पहचान रखता है. मेले में 22 फरवरी को शाम 7 बजे से स्थानीय कलाकार भजनों की प्रस्तुति देंगे. 23 और 24 फरवरी की शाम 7 बजे से पश्चिमी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र और पर्यटन विभाग की ओर से लोक कलाओं पर आधारित प्रस्तुतियां दी जाएगी. मेले में ट्राइबल स्पोर्ट्स, जुलूस, ट्राइबल बाजार, गेर नृत्य प्रतियोगिता, वागड़ श्री और वागड़ नी रूपारी, साफा बांधो प्रतियोगिता, दीपदान सहित अन्य गतिविधियां भी आकर्षण का केंद्र रहेगी. मेले में विभागीय योजनाओं और कार्यक्रमों पर आधारित प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी. 


गैर प्रतियोगिता 24 फरवरी को
बेणेश्वर मेले में जिला प्रशासन, जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग, नेहरू युवा केन्द्र, डूंगरपुर के संयुक्त तत्वावधान में 24 फरवरी को गैर प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा. बांसुरी, ढोल, नगाड़े और ढोल की गूंज के बीच थिरकते कदम मेले में आकर्षण का केन्द्र रहेंगे. जिला युवा अधिकारी प्रदीप कुमार मीणा ने बताया कि गैर नृत्य में प्रथम विजेता को 11 हजार, द्वितीय को 8 हजार और तृतीय को 5 हजार का पुरस्कार दिया जाएगा. भाग लेने वाले प्रत्येक दल को 5 हजार रूपये का टीए डीए दिया जाएगा. 


असामाजिक तत्वों पर रहेगी कड़ी नजर
उपखण्ड अधिकारी साबला सुनील कुमार ने बताया कि मेले के दौरान असामाजिक तत्वों और कानून व्यवस्था बिगाड़ने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. बेणेश्वर धाम स्थल पर सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधात्मक आदेश जारी किए गए हैं. धार्मिक स्नान करते हुए विशेषकर महिलाओं व युवतियों की किसी भी तरीके की फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी करने, धाम स्थल पर धूम्रपान एवं धूम्रपान की सामग्री की बिक्री एवं उसके प्रचार-प्रसार व उपयोग पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया गया है.


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