Bhai Dooj 2022: भरतपुर में भाई दूज पर सेंट्रल जेल में भाइयों को तिलक लगा भावुक हुईं बहनें, आंखों से छलके आंसू
जेल प्रशासन ने बहनों को मिठाई खिलाने और आधा किलो मिठाई भाई को देने की अनुमति दी थी जिस पर बहनों ने अपने भाइयों को तिलक लगाकर मुंह मीठा कर उनकी लंबी आयु की कामना की.
Bharatpur News: राजस्थान का भरतपुर जिला भी ब्रज क्षेत्र में ही आता है और ब्रज क्षेत्र होने की वजह से यहां भाई दूज का अलग ही महत्व होता है भाई बहन के प्रेम के प्रतीक भाई दूज का त्यौहार आज भरतपुर में उल्लास और सदभाव के साथ मनाया जा रहा है जहां बहनों ने अपने भाइयों के माथे पर टीका लगाकर उनकी दीर्घायु की कामना की वहीं भाइयों ने अपनी बहनों को उपहार देकर उनकी रक्षा करने का वचन दिया. भरतपुर के सेवर स्थित सेन्ट्रल जेल में भी बहनें अपने कैदी भाइयों को तिलक लगाने के लिए पहुंचीं जहां उन्होंने मेन गेट पर बैठ कर बाहर से ही अपने भाइयों को तिलक लगाया जहां जेल प्रशासन की तरफ से पूरा इंतजाम किया गया है.
जेल प्रशासन ने बहनों को मिठाई खिलाने की और आधा किलो मिठाई भाई को देने की अनुमति दी थी जिस पर बहने अपने भाइयों के तिलक लगाकर मुंह मीठा कर उनकी लंबी आयु की कामना की इस मौके पर भाइयों से मिलकर बहनें और भाई भावुक हो गये बहिने अपने आंसुओं को नहीं रोक पाई. बहनों ने गुरुवार सुबह सबसे पहले पूजा पाठ कर दौज माता की कहानी सुनी और फिर भाइयों के तिलक लगाकर उन्हें मिठाई खिलाई आज के दिन केंद्रीय कारागार सेवर में भी बंदी भाइयों से मिलने उनकी बहनें पहुंचीं जहां जेल प्रशासन ने बड़ी शालीनता से भाई-बहनों को मिलवाया.
भाई दूज पर रोडवेज बस स्टैंड पर भी भारी भीड़ देखने को मिली बसें आते ही फुल हो गई बस में बैठने के लिए भी महिलाओं और पुरुषों को मशक्कत करते देखा गया है. सुरक्षा की दृस्टि से बस स्टैण्ड पर पुलिस का जाप्ता लगाया गया है. सादा वर्दी में पुलिस कर्मी बस स्टैण्ड पर नजर रखे हुए थे.
क्या कहना है जेल अधीक्षक का?
जेल अधीक्षक अशोक वर्मा ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण दो साल भाई दूज पर भाई बहनों को नहीं मिलने दिया गया था. लेकिन दो साल के बाद जेल प्रशासन ने बहन को भाई दूज के अवसर पर तिलक लगाने और आधा किलो मिठाई भी को देने की अनुमति दी है. उसी के अनुसार बहनों को तिलक लगाने की व्यवस्था की है. भाई दूज के त्यौहार को देखते हुए दो दिन बंदियों से पुरुषों की मुलाकात नहीं कराई जा रही सिर्फ महिलाओं को ही अपने भाई को तिलक लगाने के लिए अनुमति दी जा रही है.
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