Rajasthan News: राजस्थान में पूर्ववर्ती सरकार की योजनाओं के नाम बदलने का सिलसिला जारी है. अब एक और योजना का नाम भजनलाल सरकार ने बदल दिया है. अशोक गहलोत के कार्यकाल में शुरू की गयी इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना का नाम बदलकर 'मुख्यमंत्री शहरी रोजगार गारंटी योजना' कर दिया गया है. बता दें कि तत्कालीन गहलोत सरकार ने करीब सवा दो साल पहले सितंबर 2022 में इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना शुरू की थी.
योजना के तहत सरकार शहरी बेरोजगारों को 100 दिन का रोजगार उपलब्ध कराती है. मनरेगा की तर्ज पर शहरी इलाकों के लिए योजना बनाई गई थी. सत्ता में आने के बाद भजनलाल सरकार करीब आधा दर्जन योजनाओं का नाम बदल चुकी है. 2024 की शुरुआत में सबसे पहले इंदिरा रसोई योजना से हुई. गरीबों को आठ रुपये में खाना उपलब्ध करवाने वाली इंदिरा रसोई योजना का नाम बदलकर 'अन्नपूर्णा रसोई योजना' मौजूदा सरकार ने कर दिया. चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना को केंद्र की आयुष्मान योजना में मिलाकर 'मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना' का नाम दिया गया.
कांग्रेस के समय की योजनाओं के बदल रहे नाम
तत्कालीन गहलोत सरकार की योजनाओं के नाम में बदलाव का सिलसिला आगे भी जारी रहा. कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार ने विदेश में पढ़ने जाने वाले छात्रों के लिए राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना शुरू की थी. भजनलाल सरकार ने नाम बदलकर स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना कर दिया. नाम बदलने की राजनीति का सफर बढ़ता रहा. कक्षा आठ तक के स्कूली बच्चों को मुफ्त दूध पाउडर देने वाली मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना 'पन्ना धाय बाल गोपाल योजना' में बदल गई.
अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री रहते राजीव गांधी जल स्वावलंबन योजना की शुरुआत की थी. अब तत्कालीन गहलोत सरकार की योजना मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना के नाम से जानी जा रही है. साठ की उम्र पार सीनियर सिटीजन को मुफ्त धार्मिक यात्रा पर ले जाने वाली मुख्यमंत्री वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना का नाम भी भजनलाल सरकार को पसंद नहीं आया.
भजनलाल सरकार कर रही धड़ाधड़ नामकरण
अब पूर्ववर्ती सरकार के समय की योजना का नया नामकरण पंडित दीन दयाल उपाध्याय वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना हो गया. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम वाली योजनाएं भी भजनलाल सरकार के निशाने पर आ गयीं. इंदिरा गांधी के नाम से शुरू होने वाली महिला शक्ति उड़ान, महिला शक्ति जागरूकता शिक्षा कार्यक्रम और महिला एवं बाल विकास शोध संस्थान योजना को मर्ज कर सरकार ने कालीबाई भील संबल योजना नया नाम दिया.
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