राजस्थान सरकार का बड़ा फैसला, स्कूलों में धारा-370 हटने की सालगिरह पर मनेगा जश्न
Rajasthan News: राजस्थान के सरकारी स्कूलों में अब 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के दिन को "स्वर्ण मुकुट मस्तक दिवस" के रूप में मनाया जाएगा. वहीं इस दिन सावरकर जयंती मनाई जाएगी.
Rajasthan Government News: राजस्थान की भजनलाल शर्मा सरकार ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने और राज्य के स्कूलों में सावरकर जयंती मनाने का फैसला किया है. राज्य के सरकारी स्कूलों के वार्षिक कैलेंडर में उल्लेख किया गया है कि 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के दिन को राजस्थान के सरकारी स्कूलों में "स्वर्ण मुकुट मस्तक दिवस" के रूप में मनाया जाएगा.
इसे स्कूलों में विभिन्न सह-पाठयक्रम गतिविधियों के साथ एक उत्सव के रूप में मनाया जाएगा. रविवार को शिक्षा विभाग द्वारा जारी शिविरा पंचांग में 28 मई को स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर की जयंती को वीर सावरकर जयंती के रूप में मनाने का भी उल्लेख किया गया है. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि इसे कैसे मनाया जाएगा क्योंकि 28 मई को गर्मी की छुट्टियों के कारण स्कूल बंद रहेंगे.
7 फरवरी को छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती
वहीं 4 फरवरी को सूर्य नामस्कार दिवस, 7 फरवरी को छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती, 14 फरवरी को मातृ दिवस-पिता दिवस भी शामिल है. वहीं सुभाष चंद्र बोस दी की जयंती या देश प्रेम दिवस 23 जनवरी को मनाया जाएगा. नया स्कूल सत्र 1 जुलाई 2025 से शुरू होगा. यह शिक्षा विभाग के तहत आने वाले सरकारी और निजी दोनों स्कूलों पर लागू होता है.
निजी स्कूल आमतौर पर 1 अप्रैल से अपना सत्र शुरू करते हैं. लेकिन इस साल सरकारी स्कूल 1 जुलाई से शुरू होंगे. शिक्षा निदेशक आशीष मोदी के अनुसार साल में सिर्फ 213 दिन ही स्कूल खुलेंगे. त्योहारों और अन्य कारणों से रविवार समेत 152 दिन छुट्टियां रहेंगी. प्रदेशभर में स्कूल सत्र 1 जुलाई से शुरू हो गया है.
कांग्रेस ने किया विरोध
वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने स्कूलों में अनुच्छेद 370 को हटाए जाने का जश्न मनाने के बीजेपी सरकार के फैसले की आलोचना करते हुए इसे बेशर्मी बताया है. डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस शिक्षा के इस राजनीतिकरण और हमारे छात्रों पर विभाजनकारी विचारधारा थोपने का विरोध करती है.
राज्य अभिभावक संघ ने भी कैलेंडर की आलोचना की है. बीजेपी विधायक बाल मुकुंदाचार्य ने कहा कि स्कूलों में ऐसे विशेष दिवस मनाना सरकार का स्वागत योग्य कदम है, क्योंकि ये ऐतिहासिक घटनाएं हैं और न केवल बच्चों को बल्कि सभी को इसे मनाना चाहिए.