Jodhpur News: फलोदी जिले के लोहावट क्षेत्र में कबाड़ यानि भंगार का काम करने वाले एक बाबा का सोशल मीडिया पर "भंगार लेणो थारे" मीम्स वायरल होने के बाद चर्चा में आए बाबा को हर कोई सोशल मीडिया पर अपने लाइक्स और व्यूवर को बढ़ाने के लिए बाबा का वीडियो बनाने के लिए छेड़ते थे. इससे आहत होकर बुजुर्ग भंगार वाले बाबा ने पेड़ से फंदा लगाकर अपनी जान दे दी.


 भंगार वाले बाबा की आत्महत्या का मामला आग की तरह सोशल मीडिया पर फैल गया. सोशल मीडिया पर सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर और छापरी युवकों के विरुद्ध गुस्सा साफ तौर से देखा जा रहा है.


'इस तरह की प्रताड़ना किसी भी सूरत में बर्दास्त नहीं'


जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार यादव ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत करते हुए बताया कि यह बहुत ही निंदनीय है बहुत ही दुखद है. आत्मा को झकझोर देने वाली घटना है. सात तौर पर स्पष्ट है अभिव्यक्त की स्वतंत्रता जहां तक होती है. किसी की मर्यादा या मनोबल या किसी भी तरह से उसकी भावनाओं को आहत ना पहुंचे. स्वतंत्रता और स्वच्छंदता में फर्क है. स्वतंत्रता बिल्कुल अलाउड है. स्वच्छंदता जो दूसरे को इस हद तक परेशान कर दे कि उसको आत्महत्या करने के सिवा उसके पास कोई चारा ना बचे. इस तरह की प्रताड़ना किसी भी सूरत में बर्दास्त नहीं की जाएगी. बाबा को आत्महत्या करने के लिए मजबूर करने वाले के विरुद्ध सख्त कार्रवाई देखने को मिलेगी.


जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार यादव ने कहा- होगी सख्त कार्रवाई


जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार यादव ने कहा कि साथ ही साथ में यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं सोशल मीडिया पर कमेंट करने वाले और वीडियो बनाने वालों की स्वतंत्रता का हम बिल्कुल स्वागत करते हैं. लेकिन उनकी स्वच्छंदता बर्दास्त नही की जाएगी. स्वच्छंदता किसी की स्वतंत्रता में नहीं कुछ नहीं चाहिए अगर आप किसी की स्वतंत्रता में जाएंगे और किसी को प्रताड़ित करेंगे तो कानून अपना काम करेगा और कठोर कार्यवाही की जाएगी.


बुजुर्ग बाबा को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाला वीडियो 


जानकारी के अनुसार करीब 2 महीने पहले एक जापानी महिला पर्यटक मेगुनी राजस्थान घूमने आए थी. एक दिन वो अपने क्षेत्रीय साथियों के साथ मारवाड़ में घूमने जा रही थी. उसी दौरान एक बाबा भंगार का काम करने वाला एक बुजुर्ग बाबा हाथ ठेले को लेकर आता दिखता है. उसी दौर जापानी पर्यटक मेगुनी के साथी इस बाबा का वीडियो बनाते हुए बोल थे कि यह बोलते नही है. तभी बाबा बोलते है. माथो मत खा थारे भंगार लेवणो है.


तभी वीडियो बना रहे युवक कहते हैं बाबा पानी पीलो तभी बाबा कहते है, मेरे पास पानी घणो ही है थारे पिवणो तो पिला दु, यह कहते हुए बाबा मौके से अपने ठेले को धक्का देते हुए चला जाता है. उन्होंने वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया. वीडियो तेजी से वायरल होने लगा. लाखो लोगो ने वीडियो देखा. जिसके बाद कई लोग सोशल मीडिया पर वाइरल होने के लिए बाबा को परेशान करने लगे. यह बुजुर्ग जहां कहीं दिखता लोगो बाबा का मजाक उड़ाने लग गए. इससे आहत होकर बुजुर्ग ने पेड़ से फंड लगाकर अपनी जान दे दी. 


"भंगार लेवणों है थारे" से सोशल मीडिया से चर्चा में आये बाबा की आत्महत्या के बाद सोशल मीडिया पर सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर को लेकर नाराजगी देखी जा रही है. कई लोग इस घटना पर दुख जाहिर कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर कई लोग इन छपरी लोगों के विरुद्ध मोर्चा खोल चुके हैं जो की वायरल होने के लिए और अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लाइक्स को बढ़ाने के लिए इस तरह की हरकतें करते हैं इन पर लगाम लगाने की मांग उठने लगी है.


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