Bharatpur News: भरतपुर में खुदकुशी करनेवाले आंदोलनकारी मोहन सिंह सैनी के शव का देर रात पोस्टमार्टम हो गया. रात को मोहन सिंह के परिजनों ने पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह को लिखित में तहरीर दी थी. 21 अप्रैल से नदबई तहसील में माली, सैनी, कुशवाहा, मौर्य समाज का आरक्षण आंदोलन जारी है. 12 फीसद आरक्षण की मांग के लिए प्रदर्शनकारी जयपुर आगरा नेशनल हाईवे पर डटे हुए हैं. धरना स्थल पर आंदोलनकारी मोहन सिंह ने 25 अप्रैल को पेड़ से फांसी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर थी.


सहमति बनने के बाद शव का पोस्टमार्टम कराने को राजी हुए परिजन


प्रदर्शनकारी मृतक को शहीद का दर्जा, परिवार के एक सदस्य को नौकरी और एक करोड़ की आर्थिक सहायता मांग रहे थे. 4 दिन बाद मोहन सिंह के परिजन प्रशासन के पास पहुंचे. प्रशासन ने परिवार को आर्थिक सहायता और मोहन सिंह के बेटे को संविदा पर नौकरी देने का आश्वासन दिया. शुक्रवार को सहमति बनने के बाद परिजन शव का पोस्टमार्टम कराने को तैयार हो गए.


देर रात मेडिकल बोर्ड से मोहन सिंह के शव का पोस्टमार्टम करवाया गया. आज सुबह मोहन सिंह के शव का अंतिम संस्कार किया जाना था. लेकिन सुबह से लोग परिजनों का इंतजार कर रहे हैं.


प्रशासन के साथ वार्ता में आंदोलन खत्म करने का नहीं निकला नतीजा


मोहन सिंह का शव आरबीएम अस्पताल की मोर्चरी में रखा हुआ है. पोस्टमार्टम के बाद परिजन  शव लेने नहीं आए हैं. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि आंदोलन अभी जारी रहेगा. उन्होंने मांग की कि ओबीसी आयोग को पत्र लिखकर सरकार जातीय जनगणना कराने की प्रक्रिया शुरू करे ताकि चारों समाज की आर्थिक, सामाजिक राजनीतिक स्थिति का पता चल सके. आज आंदोलनकारियों और प्रशासन के साथ वार्ता हुई है. लेकिन आंदोलन को खत्म करने का कोई हल नहीं निकला. 


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