एक्सप्लोरर
पीएम मोदी की बांसवाड़ा में सभा पर सियासत तेज, आदिवासी पार्टी-कांग्रेस नेताओं की सामने आई प्रतिक्रिया
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में दूसरे चरण के मतदान 26 अप्रैल को है और आज प्रचार का अंतिम दिन है. प्रधानमंत्री की बांसवाड़ा में रविवार को हुई सभा ने सियासी गर्मी बढ़ा दी है.

प्रतीकात्मक तस्वीर
Source : ABP LIVE AI
Rajasthan Lok Sabha Election: लोकसभा चुनाव में दूसरे चरण के मतदान 26 अप्रैल को होने जा रहे है और आज प्रचार का अंतिम दिन है. प्रधानमंत्री की बांसवाड़ा में रविवार को हुई सभा की नेताओं के बीच चर्चा है. पीएम मोदी के बयानों पर वागड़ में भारत आदिवासी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं ने तीखी प्रतिक्रियाएं दी है.
वागड़ में कांग्रेस नेता क्या बोले
बांसवाड़ा लोकसभा सीट के कांग्रेस समन्वयक शंकर यादव ने कहा ''जिस तरह से भाषा का इस्तेमाल किया गया है वह प्रधानमंत्री के अनुरूप नहीं कही जा सकती. आप समुदाय विशेष को इंगित करें, महिलाओं के मंगल सूत्र से जुड़ी बात कहे, नक्सली जैसे शब्द का इस्तेमाल करें. यह लोकतंत्र के लिए बड़ी दुखदाई होती है.''उन्होंने आरोप लगाया कि देश में धर्म के नाम पर लोगों को भड़काया जा रहा है.
आदिवासी पार्टी के नेता ने यह कहा ?
भारत आदिवासी पार्टी के बांसवाड़ा सीट से प्रत्याशी राजकुमार रोत ने एक वीडियो जारी किया. वीडियो में उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की यहां सभा हुई जो सभा कम और जुमलेबाजी की सभा ज्यादा लगी. उन्होंने वनवासी और आदिवासी को अलग बताया.
उन्होंने आरोप लगाया ''भाजपा ने आदिवासी को टुकड़े करने के कोशिश की है. आदिवासी किसी भी पार्टी में हो, आदिवासी को एक जुट करना हमारा काम है. साथ ही जिस तरह से कल धर्म को लेकर बात कही जो आचार संहिता का खुला उलंघन किया गया है.''
इधर, बांसवाड़ा सीट से भाजपा प्रत्याशी महेंद्र जीत सिंह मालविया ने कहा कि पीएम मोदी ने अर्बन नक्सली जैसी बात आदिवासियों के लिए कही ही नहीं. कांग्रेस और भारत आदिवासी पार्टी के नेता झूठ बोल रहे हैं, उनका आरोप गलत है.
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, राज्य और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
बिहार
बॉलीवुड
क्रिकेट
Advertisement


नयन कुमार झाराजनीतिक विश्लेषक
Opinion