Rajasthan Politics: कांग्रेस के बाद अब भारत आदिवासी पार्टी ने बड़ा कदम उठाया है. राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहनलाल रोत ने उदयपुर लोकसभा सीट के सभी पदाधिकारियों को एक साथ पद से हटाने की घोषणा कर दी. राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहनलाल रोत के आदेश की हर तरफ चर्चा है.


बता दें कि लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मेवाड़ वागड़ की चार सीटों पर चुनाव संपन्न हो गए. मतदान समाप्त होने के बाद भी सियासी हलचल कम होने का नाम नहीं ले रही है. 2 दिन पहले डूंगरपुर विधानसभा के कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा से जवाब तलब पर किया गया था.


राजस्थान प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा की तरफ से भेजे गये नोटिस में गणेश घोघरा पर पार्टी के आदेशों का पालन नहीं करने की बात कही गयी थी. भारत आदिवासी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहनलाल रोत की तरफ से जारी पत्र में पदाधिकारियों को हटाने का कारण बताया गया है.


उदयपुर सीट के सभी पदाधिकारी हटाये 


मोहनलाल रोत के मुताबिक लोकसभा चुनाव में पदाधिकारियों ने आशानुरूप काम नहीं किया. आरोप है कि उन्होंने समाज से ज्यादा निजी स्वार्थ को प्राथमिकता दी. इसलिए मंडल, ब्लॉक, जिला, संभाग, प्रदेश और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पदाधिकारियों को पद से मुक्त किया जाता है.


भारत आदिवासी पार्टी का बड़ा एक्शन 


मोहनलाल रोत ने कहा कि लोकसभा चुनाव का नतीजा आने के बाद दोबारा संगठन का सर्वसहमति से गठन किया जाएगा. बता दें कि भारत आदिवासी पार्टी बीते विधानसभा में उभरकर सामने आयी थी. पार्टी के टिकट पर तीन विधायक चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे. 2024 के लोकसभा चुनाव में बांसवाड़ा से राजकुमार रोत को प्रत्याशी बनाया गया. बांसवाड़ा में कांग्रेस का भारत आदिवासी पार्टी को समर्थन प्राप्त था. कई अन्य सीटों पर आदिवासी पार्टी ने प्रत्याशी उतारे. उदयपुर लोकसभा सीट से भी आदिवासी पार्टी का प्रत्याशी चुनावी रण में था.


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