Bharat Jodo Yatra in Rajasthan: राजस्थान की 33 सीटों से होकर गुजरी भारत जोड़ो यात्रा, 18 पर है कांग्रेस का कब्जा
Rajasthan News: भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश से चार दिसंबर को राजस्थान में दाखिल हुई थी. यह यात्रा 21 दिसंबर को राजस्थान से निकलकर हरियाणा में दाखिल हुई यात्रा ने राजस्थान में करीब 525 किमी चली.
Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) के नेतृत्व में चली 'भारत जोड़ो यात्रा'(Bharat Jodo Yatra) का आज जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के श्रीनगर में समापन हो गया. यह यात्रा तमिलनाडु के कन्याकुमारी (Kanyakumari, TamilNadu) से सात सितंबर को शुरू हुई थी. यह यात्रा इन 134 दिनों में देश के 14 राज्यों के 75 जिलों से होकर गुजरी. इनमें राजस्थान के सात जिले भी शामिल हैं.भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान के करीब 30 विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरी. माना जा रहा है कि इस यात्रा ने राजस्थान में कांग्रेस को एकजुट करने का काम किया. लेकिन पिछले दिन एक बार फिर जिस तरह से सचिन पायलट (Sachin Pilot) और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) एक दूसरे पर हमला करते नजर आए, उससे इस बात को मानना थोड़ा मुश्किल लग रहा है.
राजस्थान में कितने सीटों से होकर गुजरी कांग्रेस की यात्रा
भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश से चार दिसंबर को राजस्थान में दाखिल हुई थी. यह यात्रा 21 दिसंबर को राजस्थान से निकलकर हरियाणा में दाखिल हुई थी. इस दौरान यात्रा ने राजस्थान के सात जिलों में करीब 525 किमी की सफर तय किया. इन सात जिलों में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 33 विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरी.राजस्थान की वर्तमान विधानसभा में इन 33 में से 18 पर कांग्रेस का कब्जा है. इस यात्रा के दौरान राजस्थान एकमात्र राज्य था, जहां कांग्रेस की सरकार थी. वहीं इसी दौरान हिमाचल प्रदेश में भी कांग्रेस सत्ता में आ गई.
झालवाड़ से घुसी और अलवर से निकली
झालवाड़ से भारत जोड़ो यात्रा ने राजस्थान में प्रवेश किया था, लेकिन उस जिले की सभी चार विधानसभा सीटों पर बीजेपी का कब्जा है. वहीं कोटा की छह सीटों में से तीन कांग्रेस तो तीन बीजेपी के पास हैं.वहीं बूंदी जिले में तीन विधानसभा सीटों में से एक पर ही कांग्रेस का कब्जा है.वहां से कांग्रेस विधायक अशोक चांदना, अशोक गहलोत की सरकार में मंत्री हैं.वहीं सवाई माधोपुर जिले की चार में से तीन सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है और चौथी सीट निर्दलीय के पास है.
वहीं दौसा जिले की पांच में से चार पर कांग्रेस का कब्जा है. पांचवीं सीट पर एक निर्दलीय का कब्जा है.इस जिले से भी दो मंत्री आते हैं. दौसा जिले से दो मंत्री अशोक गहलोत सरकार में हैं. इनके नाम हैं चिकित्सा मंत्री परसादीलाल मीणा और कृषि विपणन-संपदा विभाग के राज्यमंत्री मुरारीलाल मीणा हैं.भारत जोड़ो यात्रा के रूट में आए अलवर जिले में सबसे ज्यादा 11 विधानसभा सीटें हैं. इनमें से सात कांग्रेस के पास हैं और दो पर बीजेपी का कब्जा है. दो सीटों पर निर्दलीय काबिज हैं.इस जिले से भी अशोक गहलोत सरकार में कैबिनेट में दो मंत्री शकुंतला रावत और टीकाराम जूली शामिल हैं.
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