धौलपुर: पार्वती नदी में डूबी चार बच्चियां, नहाते समय हुआ हादसा, तलाश में जुटी SDRF की टीम
Dholpur News: धौलपुर की पार्वती नदी में ऋषि पंचमी पर नहाते समय हादसा हो गया. चार बच्चियां पानी के तेज बहाव में बह गयीं. बच्चियों को बचाने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
Rajasthan News: धौलपुर जिले में आज (रविवार) बड़ा हादसा हुआ है. मनियां थाना क्षेत्र के गांव बोधपुरा की रहने वाली लगभग दो दर्जन लड़कियां ऋषि पंचमी पर पार्वती नदी में नहाने गयी थीं. नहाते समय अचानक चार लड़कियां पानी में बह गईं. चार लड़कियों को डूबता देख मौके पर चीख पुकार मच गई.
अन्य सहेलियों ने गांव पहुंचकर घटना की जानकारी दी. ग्रामीणों ने हादसे की सूचना पुलिस- प्रशासन को सूचना दी गयी. पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में एसडीआरएफ की टीम ने लड़कियों को बचाने के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू किया.
बताया जा रहा है कि नहाते समय पानी के तेज बहाव में चारों लड़कियां बह गयीं. अभी तक एसडीआरएफ की टीम को सफलता नहीं मिली है. मनिया तहसीलदार सीमा बघेल ने बताया है कि ऋषि पंचमी के अवसर पर लगभग दो दर्जन लड़कियां पार्वती नदी में स्नान करने गई थीं. नाबालिग अंजलि ठाकुर, तनु ठाकुर, प्रिया ठाकुर और मोहिनी ठाकुर पानी के तेज बहाव में बह गयीं.
केंद्रीय मंत्री ने हादसे पर जताई संवेदना
लड़कियों को बचाने के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है. अभी तक किसी भी लड़की का पता नहीं चला है. हादसे पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने संवेदना जताई है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "धौलपुर की पार्वती नदी में चार बच्चियों के डूबने का समाचार हृदय विदारक है. परिजनों की मनोस्थिति इस समय अत्यंत विकट होगी. मैं उन्हें संयम और सामर्थ्य प्राप्त होने की कामना करता हूं. जानकारी मिली है की घटनास्थल पर प्रशासन ऑपरेशन में लगा है. ईश्वर कृपा करे."
धौलपुर जिले में पार्वती नदी में चार बच्चियों के डूब जाने का समाचार हृदय विदारक है।परिजनों की मनोस्थिति इस समय अत्यंत विकट होगी।
— Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) September 8, 2024
मैं उन्हें संयम और सामर्थ्य प्राप्त होने की प्रार्थना करता हूँ। जानकारी मिली है कि घटनास्थल पर प्रशासन आपरेशन में लगा है।
ईश्वर कृपा करें!
नदी में नहाते समय बह गयी लड़कियां
गौरतलब है कि पूर्वी राजस्थान में मानसून की अच्छी बरसात होने से बांध, नदी और तालाब उफान पर हैं. कई वर्षों बाद बांध और नदी में पानी आने से किसानों की खुशी का ठिकाना नहीं है. दूसरी तरफ युवा पानी को देखने, रील बनाने और नहाने के लिए नदी, बांध और तालाब में डूबकर हादसे का शिकार हो रहे हैं. 3 सितंबर को भी दो चचेरे भाई पार्वती नदी में डूब गए थे.
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