Rajasthan: भरतपुर विधानसभा सीट पर जाट मतदाता सबसे ज्यादा, फिर भी 20 साल से इस समुदाय का है विधायक
Bharatpur Assembly Eletion: भरतपुर जाट बाहुल्य क्षेत्र माना जाता है, यहां 1985 से पहले ब्राह्मण समुदाय के प्रत्याशी की जीत हुई, 20 साल से लगातार वैश्य समाज का प्रत्याशी ही भरतपुर सीट पर जीतते रहे है.
Bharatpur News: राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 इस वर्ष के अंत में होना है. सभी राजनीतिक पार्टियां चुनावी तैयारी में लग गई है. भरतपुर जिले में सात विधानसभा सीट हैं. भरतपुर जाट बाहुल्य क्षेत्र माना जाता है. भरतपुर की स्थापना भी जाट शासक महाराजा सूरजमल ने की थी. यहां सबसे ज्यादा जाट मतदाता हैं. भरतपुर शहर विधानसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं की बात करे तो लगभग 60 हजार मतदाता जाट समुदाय के है और लगभग 30 हजार मतदाता वैश्य समुदाय के और लगभग 35 हजार मतदाता ब्राह्मण समुदाय के है.
लेकिन भरतपुर विधानसभा सीट पर 1985 से पहले ब्राह्मण समुदाय के प्रत्याशी की जीत हुई. उसके बाद 2003 से लगातार वैश्य और जाट मतदाताओं का गठजोड़ ही कहा जायेगा की 20 वर्ष से लगातार वैश्य समाज का प्रत्याशी ही भरतपुर सीट पर चुनाव जीतते आये है. भरतपुर विधानसभा सीट पर वर्ष 2003 विधानसभा चुनाव में इनेलो से विजय बंसल विजयी हुए थे. विजय बंसल बीजेपी के कार्यकर्ता थे लेकिन बीजेपी से टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने इनेलो से चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की थी.
2018 विधानसभा चुनाव में हार गए थे विजय बंसल
उसके बाद विजय बंसल ने बीजेपी को समर्थन दिया फिर वर्ष 2008 विधानसभा चुनाव और 2013 के विधानसभा चुनाव में विजय बंसल ने बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत कर विधानसभा पहुंचे. विधानसभा 2018 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने विजय बंसल को टिकट दिया और कांग्रेस पार्टी का राष्ट्रीय लोकदल से गठबंधन था.भरतपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस और राष्ट्रीय लोकदल के सयुंक्त प्रत्याशी डॉ. सुभाष गर्ग को टिकट दिया गया, जिसमे डॉ. सुभाष गर्ग की जीत हुई और विजय बंसल को हार का मुंह देखना पड़ा.
पहलीबार चुनाव लड़ा जीत दर्ज कर बने मंत्री
राष्ट्रीय लोकदल के प्रत्याशी डॉ. सुभाष गर्ग ने पहली बार ही विधानसभा का चुनाव लड़ा था और पहली बार में ही बीजेपी प्रत्यशी विजय बंसल को हराकर जीत दर्ज की. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भरतपुर विधानसभा सीट पर जीत दर्ज करने वाले डॉ. सुभाष गर्ग को राज्यमंत्री भी बनाया. कुल मिलाकर भरतपुर विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा जाट मतदाता होने के बाद भी ऐसे क्या कारण है की बीजेपी और कांग्रेस पार्टी भरतपुर सीट पर जाट प्रत्याशी को टिकट नहीं देते है. दोनों पार्टियां कांग्रेस और बीजेपी ब्राह्मण और वैश्य समुदाय के प्रत्याशी को अपना उम्मीदवार बनाती है. अब विधानसभा चुनाव 2023 इसी वर्ष के अंत में होने वाले है और फिर देखना है की बीजेपी और कांग्रेस किस समुदाय के प्रत्याशी को अपना उम्मीदवार बनाते है .
ये भी पढ़ें: Watch: राजस्थान के मंत्री का CM गहलोत को जवाब, 'कोई गलतफहमी में न रहे, सरकार बचाने में...'