Rajasthan Elections 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तैयारी तेज है. भरतपुर शहर विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी से और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों से टिकट मांगने वालों की लम्बी लिस्ट है. भरतपुर विधानसभा सीट पर भरतपुर से लगभग 2 दर्जन लोगों ने टिकट के लिए आवेदन किया है वहीं भारतीय भारतीय जनता पार्टी से भी लगभग 1 दर्जन लोग टिकट की मांग कर रहे है. भारतीय जनता पार्टी के कई लोगों ने अपने आप को भारतीय जनता पार्टी का प्रत्याशी घोषित कर दिया है. भरतपुर विधानसभा क्षेत्र में प्रचार भी करने लगे हैं.

 

 भरतपुर विद्यानसभा क्षेत्र में वॉल पेंटिंग कराई गई है. जगह-जगह बैनर लगे हैं और अपने आप को भाजपा का प्रत्याशी घोषित कर लोगों के बीच जाने लगे हैं. अभी क्षेत्र में महिलाओं को साड़ी और युवाओं को टीशर्ट बांटी जा रही है. अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए लोगों को प्रलोभन दिया जा रहा है . 

 

भरतपुर विधानसभा क्षेत्र में जातिगत आधार पर देखा जाये तो सबसे ज्यादा जाट मतदाता है, लेकिन 50 वर्षों से भरतपुर शहर विधानसभा सीट पर कोई जाट विधायक नहीं बना है. भरतपुर विधानसभा क्षेत्र में लगभग 80 हजार जाट मतदाता है. दूसरे नंबर पर जाटव मतदाता आते हैं. भरतपुर विधानसभा क्षेत्र में लगभग 44 हजार जाटव मतदाता बताये जाते है और इसके बाद तीसरे नंबर पर ब्राह्मण मतदाता है भरतपुर विधानसभा क्षेत्र में लगभग 32 हजार ब्राह्मण मतदाता है. इसके बाद चौथे नंबर पर वैश्य मतदाता आते हैं. भरतपुर विधानसभा क्षेत्र में लगभग 30 हजार वैश्य मतदाता बताये जाते हैंं. 

 

20 वर्ष से वैश्य विधायक 

भरतपुर विधानसभा का पुराना रिकॉर्ड देखा जाये तो वर्ष 1985 से लेकर 2003 तक भरतपुर विधानसभा पर ब्राह्मण समाज का ही विधायक बना है और 2003 से 2018 तक लगातार वैश्य समाज का है विधायक भरतपुर विधानसभा सीट पर बना है . भरतपुर विधानसभा सीट पर 50 वर्षों से जाट और जाटव विधायक नहीं बना . 

 

भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने नहीं दिया टिकट 

 

भरतपुर विधानसभा क्षेत्र में ऐसे क्या कारण रहे की सबसे अधिक लगभग 80 हजार जाट मतदाता होने के बावजूद दोनों ही पार्टियों ने किसी जाट को टिकट नहीं दिया है . कांग्रेस पार्टी ने ब्राह्मण को टिकट दिया है तो भारतीय जनता पार्टी ने वैश्य को टिकट दिया है . पहले 20 वर्ष लगातार ब्राह्मण समाज का विधायक रहा उसके बाद लगातार 20 वर्ष वैश्य समाज का विधायक रहा . भरतपुर विधानसभा क्षेत्र में जिन जातियों के सबसे ज्यादा मतदाता है जाट और जाटव अपना वोट ब्राह्मण और वैश्य को देकर विधायक बनाकर जयपुर भेजते रहे .   

 

भरतपुर विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 70 हजार 504 कुल मतदाता बताये जाते है जिनमे सबसे अधिक लगभग 80 हजार जाट मतदाता है उसके बाद लगभग 44 हजार जाटव मतदाता है तीसरे नंबर पर  लगभग 32 हजार ब्राह्मण मतदाता और चौथे नंबर पर लगभग 30 हजार वैश्य मतदाता है . राजपूत 12 हजार तो लोधा राजपूत भी लगभग 13 हजार मतदाता बताये जाते है सिख और पंजाबी लगभग 10 हजार मतदाता गुर्जर 8 हजार तो मालो 5 हजार मतदाता बताये जाते है .  




 

अब ग्रामीण क्षेत्र में जाट प्रत्याशी की उठने लगी मांग 

 

भरतपुर विधानसभा क्षेत्र में शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्र भी आता है . भरतपुर जिला जाट बाहुल्य क्षेत्र माना जाता है और यही कारण है की भरतपुर विधानसभा क्षेत्र में जाट मतदाता सबसे अधिक है . अब भरतपुर विधानसभा क्षेत्र में आवाज उठने लगी है की अबकी बार जो भी पार्टी जाट समाज के व्यक्ति को टिकट देगी जाट समाज उसके साथ खड़ा नजर आयेगा . अगर दोनों प्रमुख पार्टियों भाजपा और कांग्रेस ने जाट समाज के व्यक्ति को अपना प्रत्याशी नहीं बनाया तो जाट महापंचायत कर एक व्यक्ति को निर्दलीय के रूप में चुनावी मैदान में उतारकर चुनाव लड़ाएंगे और इस बार जाट समाज का प्रत्याशी भरतपुर विधानसभा सीट पर जीत कर विधायक बनेगा .  

 

अब देखने वाली  बात यह है की भाजपा और कांग्रेस दोनों ही  पार्टियों से टिकट मांगने वालों की लम्बी लिस्ट है टिकट एक को ही मिलना है किसके सर पर ताज होगा कौन बागी होगा यह समय बताएगा चुनावी ऊंट किस करवट बैठेगा यह आने वाला समय ही बताएगा .