Bharatpur News: बाबा विजय दास के आत्मदाह से पहले का इंटरव्यू हो रहा वायरल, बोल रहे 'अब करो या मरो' की स्थति
Rajasthan News: आत्मदाह करने से पहले बाबा विजय दास का एक इंटरव्यू सामने आया है जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें वे कह रहे है कि सरकार सिर्फ आश्वासन पर आश्वासन दे रही है कोई काम नहीं कर रही.
Baba Vijay Das Viral Interview: राजस्थान के भरतपुर जिले में खनन कार्यों को रोकने की मांग को लेकर 550 दिनों से धरना दे रहे एक साधु बाबा विजय दास ने विगत 20 जुलाई को पेट्रोल डालकर आत्मदाह कर लिया था. आत्मदाह करने से पहले बाबा विजय दास का एक इंटरव्यू सामने आया है जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इंटरव्यू में बाबा विजय दास कहते हुए नजर आ रहे हैं कि 16 जनवरी 2021 से धरना दे रहे हैं. पहाड़ियां खत्म होती जा रही हैं और सरकार सिर्फ आश्वासन पर आश्वासन दे रही है कोई काम नहीं कर रही. इसलिए अब हमारे पास सिर्फ एक ही रास्ता बचा है करो या मरो, डू एंड डाई.
घटनास्थल का बताया जा रहा वायरल विडियो
बताया जा रहा है कि यह वीडियो धरना स्थल का है जब साधु संत धरना दे रहे थे जिनमें विजय दास बाबा भी शामिल थे. उसी दौरान आत्मदाह करने से पहले बाबा विजय दास का किसी ने इंटरव्यू ले लिया था जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. विजय दास की मौत के बाद राजस्थान सरकार का कहना है कि साधुओं के साथ वार्ता सफल हो गई थी लेकिन उसके बावजूद भी विजय दास ने आत्मदाह कर लिया था. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में धरना स्थल पर कुछ संत नारेबाजी करते भी नजर आ रहे हैं. इसमें विजय दास आत्मदाह से पहले ब्रिज के पहाड़ियों की रक्षा कौन करेगा हम करेंगे कहते नजर आ रहे हैं.
बाबा विजय दास ने भी 14 साधुओं के साथ सरकार को आत्मदाह करने की चेतावनी कई दिन पहले दे दी थी. फिर भी प्रशासन ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की और संत के द्वारा आत्मदाह की चेतावनी के बाद आत्मदाह कर लिया गया.
क्या कहना है बीजेपी के जिलाध्यक्ष का
बीजेपी जिला अध्यक्ष शैलेश सिंह ने कहा कि जिस तरह से संत विजय दास का आत्मदाह से पहले का इंटरव्यू वायरल हो रहा है उसमे विजय दास कह रहे हैं कि सरकार सुन नही रही है इसलिए अब तो सिर्फ डू एंड डाई करना पड़ेगा. इस पूरे मामले में जिला प्रशासन फेल साबित हुआ है. जहां साधुओं का धरना था वहां विजय दास ने आत्मदाह किया उस जमीन से सरकार ने सभी सबूत खत्म करा दिए हैंत. उन्होंने कहा कि अधिकारियों और मंत्रियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए.
क्या कहना है किसान नेता का
किसान नेता नेम सिंह ने कहा कि खनन रोकने के लिए आत्मदाह करने वाले विजय दास ने मरने से पहले अपना बयान जारी किया था कि सरकार सुन नहीं रही है इसलिए अब करो और मारो की नीति अपनानी पड़ेगी. सरकार की विफलता की वजह से बाबा विजय दास की मौत हुई है.
क्या कहना है संतों का
इस मामले पर साधुओं ने कहा कि जिस मांग को लेकर बाबा विजय दास ने आत्मदाह किया उस पर राजस्थान सरकार द्वारा जांच बैठाई गई है लेकिन जांच के नाम पर मजाक किया जा रहा है. क्योंकि जांच अधिकारी गुपचुप तरीके से रात के वक्त आते हैं और चले जाते हैं. साधुओं ने कहा यदि उनको प्रमाण चाहिए तो जांच अधिकारी यहां मौके पर साधु-संतों से क्यों नहीं मिलने आये. विजय दास बाबा का मरने से पहले का इंटरव्यू अब वायरल हो रहा है जिसमें देख सकते हैं कि बाबा विजय दास के दिल में कितनी पीड़ा थी. वह बार-बार कह रहे थे कि अब तो करो या मरो, डू एन्ड डाई. उन्होंने कहा कि हम मुख्यमंत्री से निवेदन करते हैं कि आप पाप का भागीदार मत बनिए और जो अधिकारी और नेता दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई कीजिए.
Kota News: चाकूबाजी की घटनाओं से खूनी हो रहा राजस्थान का कोटा, चार साल में 385 घटनाएं आईं सामने