Bharatpur News: भरतपुर की नदबई तहसील में माली, सैनी, कुशवाहा, मौर्य समाज के आरक्षण आंदोलन का आज आठवां दिन है. प्रदर्शनकारी जयपुर आगरा नेशनल हाईवे पर डटे हुए हैं. आरक्षण आंदोलन में नया मोड़ धरना स्थल पर एक प्रदर्शनकारी की खुदकुशी से आ गया. प्रदर्शनकारी मृतक को शहीद का दर्जा, परिजनों को एक करोड़ का आर्थिक सहायता और एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग कर रहे हैं. कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए तीन तहसीलों में इंटरनेट सेवा बंद है. इंटरनेट बंद होने और नेशनल हाईवे पर चक्काजाम से लोगों को परेशानी हो रही है.


चार समाज का आरक्षण आंदोलन आठ दिनों से जारी


सरकार चार समाज के आंदोलन को खत्म कराने की कोशिश कर रही है. नदबई से विधायक जोगिंदर सिंह अवाना पर आरोप है कि वोट की खातिर धरना स्थल पर प्रदर्शनकारियों को पुलिस के खिलाफ भड़काया. 21 अप्रैल को पुलिस ने ग्रामीणों पर आंसू गैस के गोले छोड़े थे. विधायक जोगिन्दर सिंह अवाना ने प्रदर्शनकारियों की मांग का समर्थन किया.


प्रदर्शनकारियों को परिवार का सदस्य बताते हुए उन्होंने साथ खड़े रहने की बात कही. उन्होंने आपस में फूट से बचने की सलाह दी. विधायक ने चेताया कि षड़यंत्र के तहत फूट डालकर आंदोलन को खत्म कराया जा सकता है. उन्होंने उम्मीद जताई कि पेड़ से फांसी का फंदा लगाकर खुदकुशी करने वाले मोहन सिंह सैनी को शहीद का दर्जा, परिजनों को एक करोड़ रुपया और एक सदस्य को सरकारी नौकरी मिलेगी.


उन्होंने सैनी समाज की लड़ाई में भरपूर साथ देने का वादा किया. विधायक जोगिंदर सिंह अवाना ने एक बार भी नहीं कहा की आंदोलन को निरस्त कर वार्ता करें. उन्होंने धरना स्थल पर प्रदर्शनकारियों को प्यार के साथ आंदोलन करने की बात कही.


धरना स्थल पर बीजेपी और कांग्रेस के नेता क्या बोले?


विधायक जोगिन्दर सिंह अवाना ने मृतक मोहन सिंह के परिजनों को अपनी तरफ से 2 लाख रुपये नकद आर्थिक सहायता दी. बीजेपी नेता दौलत सिंह ने भी धरना स्थल पर मृतक मोहन सिंह के परिवार को 2 लाख 51 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की.


प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मैं तन मन धन से आपके साथ हूं. बीजेपी नेता प्रदर्शनकारियों के लिए भोजन की व्यवस्था करने को तैयार दिखाई दिए. उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से संवेदनहीनता नहीं दिखाने की अपील भी की.


आंदोलन संघर्ष समिति का एक प्रतिनिधिमंडल देर शाम कैबिनेट मंत्री भजन लाल जाटव से मिला था. मुलाकात में मृतक मोहन सिंह को शहीद का दर्जा, परिजनों को एक करोड़ रुपये और एक सरकारी नौकरी की मांग दोहराई.


मंत्री भजन लाल जाटव ने प्रतिनिधिमंडल से कहा मृतक मोहन सिंह के शव का पोस्टमार्टम कराने का सुझाव दिया. उन्होंने आश्वासन दिया कि मुख्यमंत्री से वार्ता में रास्ता निकाला जायेगा. मांग पूरी नहीं होने तक प्रदर्शनकारी आंदोलन जारी रखने की जिद पर अड़े हैं. 


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