Rajasthan Assembly Elections: भरतपुर (Bharatpur) के नदबई (Nadbai) में मूर्ति विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है. पहले जाट समाज द्वारा महाराजा सूरजमल (Maharaja Surajmal) की मूर्ति को लेकर उपद्रव हुआ था. अब ब्राह्मण समाज भी भगवान परशुराम (Parshuram की मूर्ति लगाने को लेकर नाराज है. ब्राह्मण राष्ट्रीय महासंघ द्वारा नदबई विधानसभा क्षेत्र के बछामदी गांव में ब्राह्मण सम्मेलन का आयोजन किया गया. सम्मेलन में नदबई के नगर चौराहे पर भगवान परशुराम की मूर्ति लगाने का विरोध किया गया. संघ का कहना है कि प्रतिमा का स्थान मंदिर और देवालय में होता है, चौराहे पर नहीं. उनका कहना है कि चौराहे पर प्रतिमा  लगाकर नगर पालिका  ब्राह्मण समाज का अपमान कर रही है. 


बसपा विधायक जोगिंदर सिंह अवाना (Joginder Singh Awana) ने 2023 विधानसभा चुनाव से पहले विभिन्न समाजों के महापुरुषों की मूर्ति चौराहे पर लगाकर उनको खुश करने की कोशिश की है लेकिन अब इसको लेकर लोगों में गुस्सा फूट पड़ा है. लोगों का कहना है कि नदबई विधानसभा क्षेत्र में सभी लोग अमन चैन से रह रहे थे लेकिन विधायक अवाना द्वारा मूर्ति विवाद के चलते नदबई क्षेत्र में आपसी भाईचारा बिगड़ रहा है. नदबई में दलित समाज और जाट समाज को आपस में लड़ाया जा रहा है.


नदबई में चौराहों पर प्रतिमा स्थापना का पारित हुआ था प्रस्ताव
नदबई विधानसभा के विधायक जोगिंदर सिंह अवाना द्वारा नगर पालिका क्षेत्र के तीन चौराहों पर मूर्ति लगाने का प्रस्ताव पारित किया था. नदबई के कुम्हेर चौराहे पर महाराजा सूरजमल की मूर्ति, बैलारा चौराहे पर डॉ. भीमराव आंबेडकर की मूर्ति और नगर चौराहे पर भगवान परशुराम की मूर्ति लगाने का प्रस्ताव पारित कराया गया था. बैलारा चौराहे पर जब 14 तारीख को डॉ. भीमराव आंबेडकर की मूर्ति स्थापना का आह्वान विधायक द्वारा किया गया तो नदबई में स्थानीय लोगों द्वारा बैलारा चौराहे पर महाराजा सूरजमल की मूर्ति लगाने की मांग को लेकर जाट समाज द्वारा धरना भी शुरू किया गया था. 12 अप्रैल की रात को नदबई में उपद्रव भी हो गया था जिसमे पुलिस पर पथराव और गाड़ियों में तोड़फोड़ भी लोगों द्वारा की गई थी. नदबई में माहौल बिगड़ने पर जिला प्रशासन द्वारा मूर्ति स्थापना कार्यक्रम को निरस्त कर दिया था . 


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