Protest for Reservation: भरतपुर (Bharatpur) में सैनी, माली, कुशवाहा और मौर्य समाज के प्रतिनिधिमंडल ने 12 प्रतिशत आरक्षण (Reservation) की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन के बीच देर शाम मिनी सचिवालय में पहुंचकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में आरक्षण संघर्ष समिति के सदस्यों को रिहा करने की मांग की हई है. ज्ञापन में कहा गया है कि आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक मुरारी लाल सैनी ने 21 अप्रैल से चक्का जाम करने की घोषणा की थी लेकिन प्रशासन ने आंदोलन की तारीख और समय से पहले आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक मुरारी लाल सैनी (Murari Lal Saini) समेत कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया. बताया गया है कि इसमें गोवर्धन के रहने वाले दो युवक भी शामिल हैं जिनकी 2 मई को शादी होनी है लिहाजा उन्हें रिहा कर दिया जाए.


 उधर, संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा ने भरतपुर की तीन तहसील वैर,भुसावर और नदबई में इंटरनेट पर लगे प्रतिबंध के आदेश को 24 अप्रैल रात 12 बजे तक बढ़ाने के आदेश दिए हैं. इससे पहले 21 अप्रैल रात 12 बजे से 22 अप्रैल रात 12 बजे तक 2G,3G,4G,5G, डेटा इंटरनेट सर्विस को बंद करने के निर्देश दिए थे. बता दें कि राजस्थान के भरतपुर जिले की नदबई तहसील के अरौदा गांव के पास जयपुर-आगरा नेशनल हाईवे पर चौथे दिन भी चक्का जाम की स्थिति बनी हुई है. आंदोलन स्थल पर महिलाएं और बच्चे भी हाथों में लाठियां लेकर नजर आ रहे हैं.


चक्का जाम से यात्रियों को हो रही परेशानी
आंदोलनकारी सबसे पहले गिरफ्तार किए गए आरक्षण संघर्ष समिति के सदस्यों की रिहाई चाहते हैं. इसके बाद वे बात करने को राजी हैं. आंदोलनकारियों और प्रशासन के बीच अभी कोई बातचीत नहीं हो पाई जिससे चक्का जाम को ख़त्म कराया जा सके. सैकड़ों की संख्या में महिलाएं, युवा और बुजुर्ग हाथों में लाठियां लेकर हाइवे पर बैठे हुए थे. किसी भी वाहन को नहीं निकलने दिया जा रहा. जयपुर जाने वाले वाहनों को उच्चैन तिराहे से बयाना और भुसावर होकर और डेहरा मोड़ से डायवर्ट किया गया. वहीं जयपुर से आने वाले वाहनों को हलैना से नदबई होते हुए डायवर्ट किया गया है. 


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