Bharatpur News: राजस्थान के भरतपुर- धौलपुर जिले के जाट समाज केंद्र में ओबीसी आरक्षण की मांग को लेकर महापड़ाव जारी है. केंद्र में जाट आरक्षण की मांग को लेकर बीते माह 17 जनवरी से उच्चैन थाना क्षेत्र के जयचोली में महापड़ाव चल रहा है. जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह फौजदार के नेतृत्व में सरकार से बातचीत हो गई है. सरकार द्वारा गठित की गई कमेटी और आरक्षण संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रीय पिछड़ा आयोग के समक्ष अपनी मांग को लेकर तथ्य पेश किए हैं. 


राष्ट्रीय पिछड़ा आयोग ने जल्द ही सरकार को अपनी रिपोर्ट देने का आश्वासन दिया है, हालांकि पांच दिन बीत जाने के बाद भी कुछ नहीं हुआ है. भरतपुर, धौलपुर और डीग जिलों के जाट समाज का केंद्र में ओबीसी के आरक्षण की मांग को लेकर आज 33वें दिन महापड़ाव जारी है. आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह फौजदार ने महापड़ाव स्थल पर मौजूद जाट समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहा 21 फरवरी को महापड़ाव स्थल पर महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है. महापंचायत में जाट समाज की सरदारी के जरिये आरक्षण आंदोलन की आगे की रणनीति तैयार की जाएगी.


निर्णायक होगी 21 फरवरी की महापंचायत 
महापंचायत के लिए टीम गठित करते हुये सभी को जिम्मेदारी के साथ गांव-गांव और घर- घर जाकर, महापंचायत में आने का निमंत्रण दिया जा रहा है. जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने चेतावनी देते हुए कहा कि जाट समाज के बीच में जाकर "आरक्षण नहीं तो वोट नहीं" के नारे के साथ अलख जगाकर सरकार का विरोध किया जायेगा. जाट समाज अपने बच्चों के भविष्य के लिये एकजुट होकर पार्टी राजनीति से ऊपर उठकर आर पार की लड़ाई के लिये दृढ़ संकल्पित हैं.  


जाट समाज की 21 फरवरी को होने वाली महापंचायत निर्णायक होगी. इस महापंचायत केंद्र में ओबीसी आरक्षण के लिए आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी. महापड़ाव के जरिये जाट समाज गांधीवादी तरीके से आंदोलन करने का दावा कर रहा है. आरक्षण संघर्ष समिति ने चेतावनी देते हुए कहा कि अब अगर आरक्षण आंदोलन सड़क और रेल की पटरी पर जाता है, तो सरकार जानबूझकर जाट समाज द्वारा आंदोलन को उग्र कराना चाहती है.


'सरकार कीआंदोलन भड़काने की मंशा'
जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार अगर जाट समाज को केंद्र में ओबीसी आरक्षण देने में देरी करती है, तो सरकार की मंशा आंदोलन को भड़काने की है. सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि जाट समाज ने बहुत लंबा समय गंभीरता और धैर्य का परिचय दिया है. अब आगे धैर्य रख पाना संभव नहीं होगा. सरकार ने जाट आरक्षण संघर्ष समिति को जब वार्ता के लिये बुलाया तब तब संघर्ष समिति गयी और इस दौरान चर्चा सकारात्मक रही है.


बीजेपी विरोध की चेतवानी
नेम सिंह फौजदार ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का सहयोग सकारात्मक रहा है. इसके लिए जाट समाज आभारी रहेगा, लेकिन अब जाट समाज ज्यादा दिन इंतेजार नहीं कर सकता. उन्होंने कहा कि जल्द ही भरतपुर, धौलपुर और डीग जिले के जाट समाज को लेकर आरक्षण का नोटिफेशन जारी नहीं होता है, तो ऐसे में बीजेपी का विरोध करेंगे. इसके दौरान आरक्षण नहीं तो वोट नहीं का नारा घर-घर पहुंचाया जायेगा.


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