लंपी वायरस पश्चिम राजस्थान के बाद अब पूर्वी राजस्थान में भी तेजी से बढ़ रहा है. इस वायरस को लेकर पशुपालन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. भरतपुर जिले के कामां, पहाड़ी, नगर, सीकरी, गोपालगढ़ ,डीग क्षेत्र में गौवंश में लंपी वायरस के लक्षण अधिक मिल रहे हैं. अब तक कुल 731 गौवंश लंपी बीमारी से ग्रसित मिले है. पशुपालन विभाग द्वारा इलाज करने पर 117 गौवंश ठीक हो गए. अभी भी 589 गौवंश लंपी वायरस से ग्रसित है. जिन्हें पशुपालन विभाग ने अलग से आइसोलेट किया है.
पशुधन सहायक हड़ताल पर
राजस्थान में पशुधन सहायक हड़ताल पर हैं. लंपी बीमारी पर कैसे रोक लगेगी. राजस्थान पशु चिकित्सक कर्मचारी संघ के संरक्षक तारा सिंह सागर ने बताया कि लम्बे समय से पशु चिकित्सा कर्मचारियों की 11 सूत्रीय मांग लंबित चल रही है.
राज्य सरकार से कई बार अनुरोध किया है सरकार स्वीकार भी कर चुकी है कि हमारी मांग न्यायोचित है और वो पूरी होनी चाहिए. राजस्थान में लंपी बीमारी चल रही है भरतपुर जिले काफी संख्या में गाय लंपी बीमारी से पीड़ित है. हम भी नहीं चाहते की ऐसे टाइम में हम किसी आंदोलन के लिए जायें लेकिन मजबूर होकर हमें आंदोलन का विकल्प चुनना पड़ रहा है. भरतपुर जिले में लगभग 550 पशुधन सहायक,पशु चिकित्सक सहायक सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं.
हड़ताल पर क्या कहा संयुक्त निदेशक ने
संयुक्त निदेशक डॉ. गजेन्द्र सिंह चाहर ने बताया कि कर्मचारियों को समझाया जा रहा है कि जिले में लंपी वायरस का कहर है इसलिए ऐसे समय में हड़ताल पर नहीं जाये अगर कर्मचारी हमारी बात मानते हैं तो ठीक नहीं तो वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी. जो पशु चिकित्सक सेवानिवृत हो गये है उन्हें बुलाया जायेगा और एलएसए स्कूल के प्रबंधन से वार्ता कर उनका सहयोग लेंगे और स्थिति को बिगड़ने नहीं देंगे.
पशुपालन विभाग के संभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. गजेन्द्र सिंह चाहर ने बताया की लंपी वायरस को लेकर भरतपुर जिले के पशुपालन विभाग के आला अधिकारी अलर्ट है. भरतपुर जिले में चिकित्सकों की मोबाइल टीम बनाकर गौशालाओं व गांव में जाकर चेक कर रहे हैं. अभी भरतपुर जिले में ही 589 सस्पेक्टेड गौवंश मिले है और 25 गौवंश की मौत भी हुई है.
अब तक 33 हजार गायों को वैक्सीन लगाई गई
डॉ.चाहर ने बताया कि पशुपालन विभाग द्वारा गठित टीमों ने अब तक 4 लाख पशुओं को गांव - गांव जाकर चेक किया है इसलिए स्थिति कन्ट्रोल में है और पशुपालन विभाग द्वारा 29 अगस्त तक 33 हजार गोट पॉक्स वैक्सीन गौशालाओं और गांव - गांव जाकर पशुओं में लगाई जा चुकी है.
सैकड़ों गौवंश में लंपी वायरस
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. गजेन्द्र सिंह चाहर ने बताया है कि भरतपुर जिले में कुल 731 गौवंश लंपीवायरस के पाए गए है जिनमे से पशुपालन विभाग द्वारा इलाज करने से लगभग 117 गोवंश ठीक हो गए है अभी भी 589 पशु लंपीवायरस से ग्रसित है जिनका इलाज किया जा रहा है. लंपी वायरस में गाय के शरीर पर फुंसी हो जाती हैं जिन से खून निकलने लगता है और वह चारा खाना छोड़ देती है साथ ही दूध देना बंद कर देती है. इसमें गाय को बुखार भी आता है.
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