(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Rajasthan: भरतपुर में फर्जी Income Tax Officer बन पांच युवकों ने ऐसा क्या किया कि जाना पड़ा जेल, पढ़िए पूरी खबर
Bharatpur Police: पुलिस पूछताछ में युवकों ने बताया कि उन्हें शौक-मौज के लिए पैसों की जरुरत पड़ती है. इसलिए इनकम टैक्स का फर्जी अधिकारी बनकर फिरौती में मोती रकम ऐंठने के लिए एक गिरोह बनाया गया है.
Bharatpur Fake Income Tax Officer: राजस्थान के भरतपुर (Bharatpur) की सीकरी थाना पुलिस ने एक गिरोह के पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है. सभी बदमाश कॉलेज में पढ़ने वाले युवा हैं, जो फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी (Income Tax Officer) बनकर मेवात (Mewat) क्षेत्र में फिरौती के लिए अपहरण करने की कोशिश कर रहे थे.
लोगों ने पुलिस को दी सूचना
पांचों बदमाश कॉलेज में पढ़ने वाले हैं. ये सभी शौक-मौज के लिए फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी बन गए. मेवात इलाके में ऑनलाइन ठगी करने वालों को अपना निशाना बनाने के लिए गिरोह बनाया. इसके बाद सिकरी थाना क्षेत्र के ईदगाह बास डायना गांव पहुंचे. यहां पर ये मोहम्मद हसन नाम के एक युवक का अपहरण करने की कोशिश करने लगे.
इसी दौरान स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना सीकरी थाना पुलिस को दे दी. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर सभी युवकों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने इनके कब्जे से इनकम टैक्स के फर्जी दस्तावेज और नकली पिस्टल व इनोवा कार जब्त की है.
अलवर और भरतपुर के हैं पांचों बदमाश
जानकारी के अनुसार, सीकरी पुलिस को सूचना मिली कि गांव ईदगाह बास डायना में इनोवा कार में 5-6 व्यक्ति आए हैं, जो खुद को इनकम टैक्स का अधिकारी बता रहे हैं. ये लोग मोहम्मद हसन नाम के युवक को जबरन ले जाने की कोशिश कर रहे हैं. सूचना पर तुरंत पुलिस मौके पर पहुंची और सभी युवाओं को थाने पर लेकर आई.
गिरफ्तार बदमाशों की पहचान 24 वर्षीय नगेंद्र सिंह निवासी बड़ौदामेव जिला अलवर, 24 वर्षीय कप्तान सिंह निवासी बड़ौदामेव जिला अलवर, 19 वर्षीय नफीस निवासी राजगढ़ जिला अलवर, 22 वर्षीय हेमवीर सिंह निवासी डीग भरतपुर, 23 वर्षीय भीम सिंह निवासी खोह भरतपुर के रूप में हुई है.
ऑनलाइन ठगी करने वालों को बनाना था निशाना
पुलिस पूछताछ में युवकों ने बताया कि उन्हें शौक-मौज के लिए पैसों की जरुरत पड़ती है. इसलिए इनकम टैक्स का फर्जी अधिकारी बनकर फिरौती में मोती रकम ऐंठने के लिए एक गिरोह बनाया गया है. बाद में अपने गिरोह में उन्होंने वासबुर्जा गांव के रहने वाले छोट्या नाम के युवक को शामिल किया. उसे मेवात इलाके में ऑनलाइन ठगी करने वाले लोगों की सूचना देने की जिम्मेदारी दी गई थी.
नकली हथियार दिखाकर की अपहरण की कोशिश
बताया गया है कि पांचों युवकों ने अलवर से टैक्सी किराये पर ली. उन्होंने टैक्सी ड्राइवर को भी खुद को इनकम टैक्स का अधिकारी ही बताया. इसके बाद वे वासबुर्जा गांव के रहने वाले छोट्या की सूचना पर सीकरी थाना क्षेत्र के ईदगाह का बास डायना गांव पहुंचे. मोहम्मद हसन नाम के व्यक्ति को खुद को इनकम टैक्स का अधिकारी बताकर नकली पिस्टल का भय दिखाकर उसे अपने साथ ले जाने की कोशिश करने लगे.
लेकिन, गांव वालों ने फर्जी इनकम टैक्स के अधिकारियों को बातों में फंसाया रहा. इसी बीच उन्होंने पुलिस को सूचना दे दी. इसके बाद पुलिस पहुंच गई और सभी बदमाशों को पकड़ कर थाने ले आई.
अलवर जिले का है गैंग का सरगना
पूछताछ में सामने आया है कि गिरोह का सरगना नगेंद्र सिंह है, वह अलवर जिले के बड़ोदामेव का रहने वाला है. नगेंद्र ने एमए किया हुआ है. वह कम्पटीशन की तैयारी कर रहा है. दूसरा आरोपी कप्तान है, जिसकी उम्र 24 साल है. वह भी अलवर जिले के बड़ोदामेव का रहने वाला है. उसने पोलोटेक्निक किया हुआ है और कम्पटीशन की तैयारी कर रहा है. तीसरा आरोपी नफीस है, जिसकी उम्र 19 साल है.
वह अलवर जिले के बिलेटा का रहने वाला है. वह 12 वीं कक्षा पास कर चुका है और आगे की पढ़ाई की तैयारी कर रहा है. चौथा आरोपी हेमवीर उम्र 22 साल है, जो कि भरतपुर के बहज इलाके का रहने वाला है. वह अलवर में रहकर नर्सिंग कर रहा है. पांचवां आरोपी भीम सिंह है. उसकी उम्र 23 साल है. वह भी भरतपुर जिले के बेडम गांव का रहने वाला है. वह अलवर में रहकर SSC की तैयारी कर रहा है.
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