Rajasthan News: अघोषित कटौती से भरतपुर के किसान परेशान, सिंचाई के लिए नहीं मिल रही पर्याप्त बिजली
Bharatpur Farmers: रबी की फसलों की सिंचाई के लिए किसान परेशान हैं. भरतपुर में फसलों की सिंचाई के लिए किसानों को जरूरत के मुताबिक बिजली नहीं मिल पा रही है. जिससे किसान परेशान हैं.
Bharatpur News: राजस्थान में सरकार कोई भी हो लेकिन किसान हमेशा परेशान ही रहा है. रबी की फसल के लिए यह समय सिंचाई का है, लेकिन लगातार बिजली कटौती किसानों के लिए सिरदर्द बन गई है. भरतपुर में सिंचाई के लिए कोई साधन नहीं हैं. फसलों की सिंचाई के लिए किसान बारिश के पानी पर ही निर्भर हैं. भरतपुर में जमीन का पानी खराब है, इसलिए किसान पानी के लिए परेशान रहते हैं.
कुछ किसानों ने जमीन में गहरी बोरिंग कराकर फसल के लिए सिंचाई की व्यवस्था की है. लगातार बिजली कटौती से किसान परेशान हैं और ट्यूबवेल से सिंचाई के लिए पर्याप्त बिजली नहीं मिलने या फिर बिजली की किल्लत के कारण सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं. हालांकि रात में बिजली की सप्लाई होती है तो वह रात में इस कड़ाके की ठंड में सिंचाई करने को मजबूर है. इससे किसानों को स्वास्थ्य संबंधी शिकायतों का भी सामना करना पड़ता है.
'रात को आती है बिजली'
किसानों का कहना है यह फसलों की सिंचाई का सबसे उपयुक्त समय है. बिजली दिन में नहीं आती है, रात को बिजली आती है. रात का तापमान दिन ब दिन कम होता जा रहा है. फसलों को बचाने के लिए किसान रात भर जागकर कड़ाके की सर्दी में सिंचाई करने के लिए मजबूर हैं. किसानों ने इस समस्या के निदान के लिए कई बार प्रशासन से शिकायत भी दर्ज कराई. बिजली की सप्लाई को लेकर किसानों ने कई बार धरना प्रदर्शन भी किया, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है. कोई सुनवाई करने वाला नहीं है.
किसानों ने क्या कहा?
किसानों ने बताया कि सिंचाई के लिए दिनभर बिजली का इन्तजार करते रहते हैं, बिजली नहीं आती है. रात को बिजली आती है वह भी रुक रुक कर, ऐसे में कड़ाके की ठंड किसान रात में सिंचाई करने को मजबूर हैं और रात में विषैले कीड़ों के काटने का भी डर रहता है. कुछ किसानों का कहना है कि कृषि कार्यों के लिए दी जा रही बिजली सप्लाई बिल्कुल फेल है. किसानों को मात्र दो से तीन घंटे ही बिजली की सप्लाई मिल रही है. बिजली विभाग के द्वारा 6 घंटे बिजली सप्लाई के झूठे दावे किये जा रहे हैं. किसानों को सिर्फ दो से तीन घंटे ही बिजली मिल रही है और वह भी कई टुकड़ों में मिलती है.
जिले की सभी विधानसभा क्षेत्रो में बिजली कटौती से किसान परेशान है. मात्र 4 से 5 घंटे बिजली किसानों की मिल रही है, उसमें भी बीच-बीच में कटौती हो जाती है. किसानों के फसल की सिंचाई के लिए काफी मशक्कत उठानी पड़ती है. किसानों को बिजली के इंतजार में 24 घंटे दिन-रात अपने खेत पर ही रहना पड़ता है. बिजली विभाग लगातार बड़े-बड़े दावे कर रहा है, लेकिन सच्चाई ये है कि बिजली तंत्र फेल साबित हो रहा है.
'विद्युत विभाग के दावे खोखले'
भरतपुर में विद्युत निगम के दावे खोखले साबित हो रहे हैं. विद्युत विभाग के अधिकारीयों का कहना है कि दिन में 6 घंटे थ्री फेस और 20 से 22 घंटे सिंगल फेस बिजली सप्लाई की जा रही है. इसके अलावा रात में भी 6 घंटे थ्री फेस बिजली दी जारी है. हालांकि ग्राउंड जीरो पर इसके उलट चीजें नजर आ रही हैं. किसानों से मिली जानकारी पर हकीकत का पता चलता है. किसानों के मुताबिक, बिजली सिर्फ रात में आती है वह भी बीच में पावर कट हो जाता है. किसानों ने आरोप लगाया है कि बिजली विभाग सिर्फ खोखले दावे कर रहा है.
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