Rajasthan News: राजस्थान के भरतपुर जिले की वैर और भुसावर तहसीलों में कई ऐसे गांव हैं, जहां के किसान अपनी फसलों की सिंचाई के लिए चिंतित हैं. किसानों का कहना है कि फसलों की सिंचाई के लिए जो बोरवेल लगाए गए हैं, उनमें से खौलता हुआ पानी निकलता है. बोरवेल से इतना गर्म पानी निकलता है कि उससे चाय या चावल भी बनाए जा सकते हैं. किसान अगर इस खौलते हुए पानी से सिंचाई करते हैं, तो फसलें खराब होने की आशंका है. 


जिन गांव के किसान इस समस्या से जूझ रहे हैं, उनमें नरहरपुर, सुहारी, मन्नू वाली, करबान, मीना की ढाणी, हरिहर का नगला, सिरस और बरौली शामिल हैं.


किसान अपनी फसल में सिंचाई करने से पहले बोरवेल के खौलते हुए पानी को पहले टैंक में ठंडा करते हैं फिर सिंचाई के लिए इस्तेमाल करते हैं. बताया गया है कि इस क्षेत्र में कई जगह जमीन के अंदर सल्फर है, जिससे जमीन का पानी गर्म हो जाता है. 


क्या कहना है किसान का 
स्थानीय किसानों का कहना है कि फसल की सिंचाई के लिए जो बोरवेल लगाए गए हैं, उनमें से एकदम गर्म पानी निकल रहा है. गर्म पानी को सिंचाई करने से पहले ठंडा करना पड़ता है. इसमें काफी समय लग जाता है और किसानों को काफी परेशानी होती है. लेकिन, हमारी इस परेशानी के बारे में ना तो स्थानीय विधायक और ना ही संसद सुनते हैं. ना ही अभी तक सरकार कोई मदद की है.


किसानों का कहना है कि इस गर्म पानी से सभी परेशान हैं और खेती में दिक्कतें आ रही हैं. इतना खौलता हुआ पानी आता है कि इसे और गर्म किए बिना ही खाना बनाया जा सकता है. इसी पानी में चाय भी बन सकती है और अंडे भी उबल सकते हैं. किसानों की मांग है कि विधायक या सांसद उनकी बात सुनें और मदद करें, ताकि फसलों को बचाया जा सके.


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