Bharatpur News: राजस्थान के भरतपुर जिले में विकास कार्य को लेकर जिला प्रशासन द्वारा अवैध अरिक्रमण पर बुलडोजर चलाया जा रहा है. 28 दिसंबर को भरतपुर जिला कलेक्ट्रेट के सामने से अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया था, लेकिन प्रशासन द्वारा भरतपुर विकास प्राधिकरण की जमीन पर बने गुरुद्वारे को छोड़ दिया था.
प्रशासन एवं समाज में विरोध पैदा न हो और आपसी सद्भाव बना रहे, इसलिए सिख समाज के लोगों ने स्वेच्छा से यूआईटी की जमीन पर बने गुरुद्वारे से गुरु ग्रंथ साहिब को पाई बाग स्थित सिंह सभा गुरुद्वारे में शिफ्ट कर दिया, ताकि अवैध निर्माण को प्रशासन द्बारा हटाया जा सके.
गुरु सिंह सभा गुरुद्वारे के प्रधान इंद्रपाल सिंह पाले ने बताया कि जिस जमीन पर गुरुद्वारा बना था, प्रशासन ने उसे अवैध अतिक्रमण बताया है. हमने आपसी भाईचारा बनाए रखने और विकास में प्रशासन का सहयोग करने के उद्देश्य से समाज के लोगों को समझाया. साथ ही, कलेक्टर से आग्रह किया कि गुरुद्वारे की सेवा करने वाले लोगों को रहने की जगह दें.
प्रशासन ने परिवार को रहने के लिए जगह दे दी है. गुरुद्वारे से गुरु ग्रंथ साहिब को पाई बाग स्थित सिंह सभा गुरुद्वारे में शिफ्ट किया जा रहा है. हम प्रशासन से किसी तरह का विवाद नहीं चाहते हैं.
तोड़ दिया मकान, छोड़ दिया पूजा स्थल!
गौरतलब है की जिला कलेक्ट्रेट के सामने गुरुवचन सिंह का परिवार विकास प्राधिकरण की जमीन पर मकान बनाकर रह रहा था. परिवार के लोगों ने पास में ही एक श्री गुरु तेग बहादुर साहब जी के नाम से गुरुद्वारा बनाया हुआ था. प्रशासन ने मकान और गुरुद्वारे को अवैध बताते हुए 28 दिसंबर को मकान तोड़ने की कार्रवाई की लेकिन, प्रशासन ने गुरुद्वारे को नहीं हटाया था. समाज के लोगों द्वारा स्वेच्छा से गुरुद्वारे को हटा लिया गया है. प्रशासन अब वहां से अवैध अतिक्रमण को हटाकर वहां विकास कार्य करा सकेंगे.
ये भी पढ़ें: सिरोही: लाखों रुपये लेकर फर्जी साइन कर पट्टे बनाने वाला हुआ गिरफ्तार, अब पुलिस खोलेगी कई राज!