Rajasthan News: राजस्थान के भरतपुर जिले की पहाड़ी और नगर तहसीलों में हो रहे खनन कार्यों को बंद करने की मांग को लेकर मंगलवार को हरी बोल दास बाबा ने चेतावनी दी है. जिसमें उन्होंने कहा है कि वह 19 जुलाई को मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह करेगा. हालांकि प्रशासन के अधिकारी बाबा की समझाइश कर रहे है. बाबा ने कहा कि कई वर्षों से इस तरह की बैठक हो रही है लेकिन मंत्री और अधिकारी खनन रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहे हैं. इसलिए मैंने निर्णय लिया है की में 19 जुलाई को सीएम आवास के सामने आत्मदाह करूंगा.
खनन कार्य नहीं हो रही है बंद
भरतपुर जिले से अवैध खनन को बंद करने और सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन की पालना करवाने के लिए आज संभागीय आयुक्त कार्यालय में अधिकारियों की बैठक का आयोजन हुआ. जिसमें संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा,पुलिस महानिरीक्षक गौरव श्रीवास्तव, जिला कलेक्टर आलोक रंजन, एसपी श्याम सिंह सहित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहे. खनन कार्यों को बंद कराने और पहाड़ियों की रक्षा करने की मांग के लिए काफी समय से आंदोलन कर रहे बाबा हरी बोल दास भी बैठक में पहुंचे. उन्होंने अधिकारीयों को कहा की मीटिंग कई बार हो चुकी है लेकिन खनन कार्य अभी तक बंद नहीं हुए हैं और जिले के नगर और पहाड़ी क्षेत्र में क्रेशर ज्यादा हो गए हैं. खनन कार्य यदि बंद नहीं हुए तो वह 19 जुलाई को सीएम आवास पर आत्मदाह करेंगे. हरिबोल बाबा द्वारा अवैध खनन के विरुद्ध किए जा रहे आन्दोलन और शिकायतों के समाधान पर बाबा और उनके साथियों के साथ वार्ता करना था.
क्या कहना है संभागीय आयुक्त का
संभागीय आयुक्त ने कहा कि यह मामला न्यायालय में लंबित है और न्यायालय के अन्तराधीन है. बाबा ने सन् 2017 में एनजीटी में भी याचिका दायर की थी. अवैध खनन तथा अवैध क्रैशर्स को हटाने के लिए समय-समय पर अधिकारियों द्वारा उचित कार्रवाई की जा रही है. एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं. कोर्ट का आदेश है कि क्षेत्र में अवैध खनन होता है उसके खिलाफ कार्रवाई करें. आज जो बैठक आयोजित की गई है उसमे जिले में जो अवैध खनन हो रहा है उसे रोकने के निर्देश दिए गए हैं. पुलिस महानिरीक्षक गौरव श्रीवास्तव ने कहा कि किसी भी समस्या का समाधान कानूनी रूप से होना चाहिए. बाबा हरिबोल से ऐसा कोई भी कदम न उठाये जो कानून के दायरे से बाहर हो.
क्या कहना है हरिबोल दास बाबा का
बाबा हरि बोल दास का कहना है की मीटिंग तो चलती रहती है. 2011 से मीटिंग देखते आ रहे हैं लेकिन जमीन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है. खनन क्षेत्र में मंत्रियों का विधायकों का दबाब पड़ता है इस लिए कोई कार्रवाई नहीं होती है. जब हम आंदोलन करते है तो एक आधा महीना कार्रवाई करके शांत हो जाते हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आत्मदाह तो करेंगे मजबूरी है प्रशासन अगर नगर और पहाड़ी की 44 खनन लीज को निरस्त नहीं करता है तो 19 जुलाई को हम मुख्यमंत्री आवास पर जाकर आत्मदाह करेंगे. प्रशासन का काम समझाइश करने का है लेकिन निर्णय मुख्यमंत्री को करना है हम पहले कई बार खनन मंत्री से मिले मुख्यमंत्री से मिले लेकिन कोई हल नहीं निकला है. अब हम 19 तारीख को रवाना होंगे और मुख्यमंत्री आवास पर आत्मदाह करेंगे.